Delhi News: फटे जूतों में करता था प्रैक्टिस और आज किए है 12 स्वर्ण पदक अपने नाम, रिक्शा चालक के बेटे की कहानी

फटे जूतों में चढ़े हम आसमां पर, हमारे ख्वाब हमेशा हमारी हैसियत से बढ़ गए। कवि मनोज मुंतशिर की ये पंक्तियां 17 साल के धावक …