रैपिड ट्रेन कॉरिडोर परियोजना का सबसे बड़ा स्टेशन आनंद विहार एक साल पहले ही बनकर तैयार हो जाएगा, NCRTC ने कहा

केंद्र सरकार का महत्वाकांक्षी ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के सबसे बड़े स्टेशनों में से एक आनंद विहार आरआरटीएस (RRTS) स्टेशन का काम काफी जोरों शोरों और तेज़ रफ्तार के साथ कार्य प्रगति पर है। आनंद विहार के बेस स्लैब और कॉनकोर्स लेवल का काम पूरा हो गया है। इसके साथ-साथ प्लैटफॉर्म लेवल का निर्माण भी जल्द पूरा होने वाला है।

 

आरआरटीसी आनंद विहार स्टेशन का कार्य एक साल पहले हो जायेगा पूरा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समय यहां कॉनकोर्स लेवल की छत का निर्माण किया जा रहा है। यह कार्य खत्म होते ही जल्दी से प्लैटफॉर्म पर रेलवे पटरी बिछाने का काम शुरु कर दिया जाएगा। एनसीआरटीसी (NCRTC) के मुताबिक आनंद विहार स्टेशन को एक साल पहले ही तैयार कर लिया जाएगा। इस स्टेशन की सबसे बड़ी खूबी यह मानी जा रही है कि यात्री जब टिकट ले लेंगे तो उसके बाद उन्हें ट्रेन लेने के लिए आठ मीटर नीचे उतरना पड़ेगा और उन्होंने मुश्किल से बहुत कम चलना पड़ेगा। इसके साथ साथ 150 मीटर की दूरी पर बस अड्डा है आनंद विहार का और 50 मीटर को दूरी पर मेट्रो लाइन है।

 

पूरी परियोजना को वर्ष 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रैपिड रेल परियोजना के अंतर्गत मेरठ में रुड़की रोड, मोदीपुरम तक बहुत तेजी से कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना को वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एनसीआरटीसी (NCRTC) के द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार 112 दिनों में साहिबाबाद से दुहाई 17 किमी ट्रैक पर हाईस्पीड रैपिड रेल चलना शुरू हो जाएगी। इस परियोजना में रैपिड ट्रैक, सिग्नलिंग सिस्टम, विद्युतीकरण, स्टेशन निर्माण आदि को अंतिम टच दिया जा रहा है। उसके बाद ही रैपिड रेल की दो ट्रेनों के सेट का ट्रायल किया जाएगा। अगर ट्रायल में कोई भी कमी सामने आती है तो उसे तुरंत प्रभावी रूप से ठीक किया जाएगा।

 

आधुनिक सुविधाओं से लैस

गौरतलब है कि इस रैपिड रेल परियोजना में दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर के रूट पर ट्रेन दौड़ेगी। इस रैपिड रेल परियोजना के माध्यम से दिल्ली से मेरठ के बीच का सफर सिर्फ 50 मिनट में पूरा किया जा सकेगा । वहीं सरकार द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि रोजाना करीबन 8 लाख से अधिक यात्री इस रैपिड रेल परियोजना का फायदा उठा सकेंगे। इस ट्रेन को अत्य आधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा और उनका आरामदायक सफ़र पहली प्राथमिकता हैं।