दिल्ली जल्द ही फिर से नई बनेगी, जहां लोगो को घूमने फिरने के लिए नई नई जगह मिलेंगी। लेकिन इसके साथ ही अभी यह कहना मुस्किल है कि सर्दियों में दिल्ली गैस चेंबर बनेगी या नहीं। क्योंकि सर्दी के मौसम में दिल्ली में पॉल्यूशन बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से दिल्ली गैस चैंबर बन जाती है।
सर्दी में दिल्ली गैस चेंबर बने या ना बने पर एक बात तय है कि दिल्ली इस बार सर्दी में फूलों की खुशबू से महकेगी। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर दिल्ली की सुंदरता को बढ़ाने के लिए नई दिल्ली की नगरपालिका परिषद, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और दिल्ली विकास प्राधिकरण को इसके कार्य करने के लिए निर्देश दिए हैं।
उपराज्यपाल ने इन एजेंसियों से फूलों वाले पौधे सड़कों के किनारे रोपने को कहा है। वहीं उन्होंने फूलों की प्रजातियों के नाम भी इन एजेंसियों को भेजे गए हैं।इसके साथ ही उन स्थानों की सूची मांगी गई है जहां ये पौधे लगाए जाएंगे।साथ ही इस पर प्रगति रिपोर्ट की जानकारी भी मांगी गई है।
अब तक राजधानी में एनडीएमसी इलाके की 101 एवेन्यू रोड पर ऐसे प्रयोग किए जाते थे।क्योंकि सर्दियों में गुनगुनी धूप के बीच लुटियंस दिल्ली से गुजरने वाले लोग इन फूलों की तरफ आकर्षित होते थे। कई बार इन लोगों को वाहन रोककर फूलों के साथ सेल्फी लेते हुए भी लोग देखा गया है।
फिलहाल ज्यादातर लोग फूलों देखने के लिए राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन में भी जाते हैं। इसलिए उपराज्यपाल ने एजेंसियों को सर्दियों में खिलने और महकने वाले फूलों के पौधे लगाने के लिए कहा है।
क्योंकि दिल्ली में प्रमुख सड़कें पीडब्ल्यूडी के पास हैं, ऐसे में सड़कों के किनारे पौधे रोपने का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग करेगा। डीडीए अपनी कालोनियों और अपने पार्कों में फूलों वाले पौधे लगाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि पीडब्ल्यूडी करीब 1400 किमी सड़कों का रखरखाव करता है, जबकि एमसीडी के पास 15 हजार से अधिक 5500 एकड़ भूमि वाले पार्क हैं।