एक सर्वे के मुताबिक दिल्ली की महिलाएं सबसे ज्यादा पीती है शराब , कारण बताया- “मज़ा आता है पीने में”

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने “नई शराब नीति लागू की थी”। जिसके तहत दिल्ली सरकार ने शराब बेचकर इस नीति के कारण 89 हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया था। जोकि इस नीति के आने से पहले अनुमानित 9 हज़ार करोड़ रुपए के आस पास होता था। दिल्ली में शराब को खपत बढ़ती ही जा रही है। दिवाली के दिनों से पहले तीन दिन में शराब की बिक्री का आश्चर्यचकित कर देने वाला डाटा सामने आया था। जिसमें बताया गया था कि सिर्फ 3 दिन में ही दिल्लीवासियों ने 100 करोड़ से ज्यादा की शराब पी थी। वहीं पिछले कुछ समय में देश में महिलाओं में शराब पीने की आदत भी बढ़ी है।

 

दिल्ली की महिलाएं पहले के मुकाबले अधिक शराब पीने लगी है

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएडीडी दिल्ली सर्वेक्षण (CADD Delhi Survey) के द्वारा एक सर्वे किया गया था, जिसमें 5,000 महिलाओं को शामिल किया गया था इस सर्वे के नतीजा जो निकल कर आया था वह बहुत चौंका देने वाला था। दिल्ली की महिलाओं में शराब का सेवन करने में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। साफ़ शब्दों में कहा जाए तो दिल्ली की महिलाएं शराब की आदी हो चुकी है।वह पहले के मुकाबले में वर्तमान समय में शराब का अधिक सेवन करने लगी है। सीएडीडी दिल्ली सर्वेक्षण के द्वारा इस सर्वे के हुए मुताबिक सर्वे में मौजूद 77 फीसदी से ज्यादा महिलाओं ने यह माना कि वह ठेकों पर “एक के साथ एक फ्री” जैसी छूट ने शराब को खरीदने और उसे पीने के लिए आकर्षित किया।

 

तनाव और चिंता रहा बड़ा कारण

सीएडीडी दिल्ली सर्वेक्षण के द्वारा इस सर्वे के अनुसार महिलाओं में बढ़ी शराब की वृद्धि का कारण इस सर्वे रिपोर्ट में साझा किया गया है। इनमें से शराब के सेवन में वृद्धि का सबसे बड़ा बड़ा कारण तनाव ,डिप्रेशन और चिंता है।प्राप्त आंकड़ों पर नज़र डाले तो 45.7 फीसदी महिलाओं में शराब की वृद्धि में बढ़ने की वजह तनाव था। इसके अलावा 34.4 फीसदी ने कहा कि आसानी से शराब की उपलब्धता और सस्ती शराब और फ्री जेसी छूट के चलते सेवन में वृद्धि हुई है। वहीं 30.1 फीसदी के कहना है की बोरियत दूर करने के चक्कर में शराब के सेवन में वृद्धि हुई।