दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण ने दी दस्तक,बिगड़ने लगी हवा की सेहत

दिल्ली-एनसीआर त्योहारों के आने से पहले और मानसून की विदाई से पहले ही हवा बिगड़ने लगी है। एनसीआर के शहरों की हवा साफ से औसत श्रेणी में पहुंच गई है।

अगर पिछले कुछ दिनों की बात करे तो दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 130 आंकड़े के साथ औसत श्रेणी में रहा है। जबकि गुरुग्राम की हवा सबसे खराब रही है, जोकि 141 एक्यूआई थीं।

इसी के साथ फरीदाबाद का 121, गाजियाबाद का 105, ग्रेटर नोएडा का 121, नोएडा 111 व दिल्ली के नजदीकी पलवल का एक्यूआइ 105 रहा है। वहीं मेरठ और हापुड़ की हवा ठीक रही है। वहीं सरकारी एजेंसियां भी प्रदूषण के खतरे से घिरता देखते हुए हरकत में आ गई है।

सर्दी में होने वाली प्रदूषण की समस्या को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है,जोकि जनवरी 2023 तक जारी रहेगा।साथ ही सरकार ने इस प्रतिबंध को लेकर डीपीसीसी व पर्यावरण विभाग को निगरानी के लिए कहा था।

जिसके लिए डीपीसीसी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि एक जनवरी 2023 तक किसी भी प्रकार के पटाखों की बिक्री, भंडारण, उत्पादन व प्रयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।

दिल्ली में प्रदूषण पर नज़र रखने के लिए इस साल परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमें बढ़ाई जा रही हैं। इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए इस बार 30 अतिरिक्त टीमें भी तैनात की जाएंगी।

वही प्रदूषण को कम करने के लिए पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत, ऊर्जा मंत्री अमन अरोड़ा और स्कूली शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विशेषज्ञों के नेतृत्व में पराली से निपटने की रणनीति बनाई गई है।

जिसके चलते राज्य में 27 सितंबर से पराली जागरूकता अभियान शुरू कीट जाएगा। ताकि लोग जागरूक होकर पराली न जलाए।