हम भारतीयों की रोम रोम में श्रीरामचंद्र बसे हुए हैं। देश में उनकी लालाओं का मंचन सदियों से होता आ रहा है।रामलीला के माध्यम से हम भगवान श्री रामचंद्र की जीवन लीलाओं के बारे मे जानते हैं।
राम लीला देश के अलग अलग हिस्सों में होती है। अगर दिल्ली की राम लीला की बात करे तो वहां की रामलीला का इतिहास बहुत ही रोचक है।
दिल्ली में आज जो रामलीला की जाती हैं,वह बहुत समय पहले बस कुछ ही स्थानों तक सिमटी हुई थी। रामलीला सिर्फ़ शहर और कस्बों में गिनी चुनी जगह पर ही होती थीं।
मुगलकाल के आते ही रामलीला और भी सिमट गई थी।
जिसका असर दिल्ली पर भी पड़ा था और यहां पर कुछ समय के लिए रामलीला का मंचन बंद हो गया।
बताया जाता है कि क्रूर मुगल शासक औरंगजेब ने रामलीला के मंचन पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके कारण से काफी समय तक दिल्ली में रामलीला का मंचन नहीं हुआ था।राम भक्तों को औरंगजेब का यह आदेश मंजूर नहीं था,लेकिन वह क्रूर शासक से लड़ नहीं सकते थे।
ऐसा माना जाता है कि औरंगजेब के उत्तराधिकारियों को कर्ज देकर फिर से रामलीला की शुरुआत की गई थी। जिसमे लाला सीताराम का अहम योगदान रहा। मुगल बादशाह रंगीला ने लाला सीताराम से सरकारी खजाने के लिए कर्ज की मांग की थी।
जिसके लिए लाला सीताराम तुरंत तैयार हो गए, लेकिन उन्होंने कहा कि वह कर्ज तो दे देंगे, लेकिन वह इसके बदले में अपनी हवेली में रामलीला का आयोजन करने की अनुमति चाहते हैं। उनकी यह शर्त रंगीला ने मान ली गई और पुरानी दिल्ली मे स्थित सीताराम बाजार में रामलीला का आयोजन होता रहा।
मुगल काल में कई साल तक पुरानी दिल्ली का सीताराम बाजार रामलीला का केंद्र रहा था। कहा जाता है कि अखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर अपने पूर्वजों की तुलना में बेहद उदार थे। उन्होंने भी रामलीला का मंचन शुरू करवाया था।
मुग़ल काल के बाद अंग्रेजों ने रामलीला मैदान में होने वाले इस आयोजन को रुकवा दिया। जिसका 1911 में पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रयासों दुबारा मंचन संभव हो पाया।उन्होंने ही रामलीला मैदान में फिर से रामलीला की शुरुआत की।
दिल्ली मे तकरीबन दर्जन भर सामाजिक संगठन हैं जो अपने स्तर पर रामलीला करवाते हैं। जिसमे से लवकुश रामलीला सर्वाधिक चर्चित है। पिछले दो से महामारी ने रामलीला के मंचन को प्रभावित किया है, लेकिन लोगों मे अब भी इसका क्रेज कायम है।
दिल्ली की कुछ मशहूर रामलीला
लवकुश राम लीला
दिलशाद गार्डन रामलीला
रामलीला मैदान में मंचित रामलीला
मयूर विहार की रामलीला
सूरजमल विहार की रामलीला