स्कूल पास आउट करके दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने का हर बच्चे का सपना होता है।क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय सिर्फ आसपास के क्षेत्रों का ही नहीं बल्कि पूरे देश का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है।जिसमें हर साल लाखों बच्चे पढ़ने के लिए सपने देखते हैं।
जानकारी के लिए बता दे कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक स्तर 2022-23 में स्नात्तक कोर्सेज के दाखिले शुरू कर दिए हैं। स्नातक कोर्स के दाखिले के लिए 70 हजार सीटों पर आवेदन किए जाएंगे।
डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने दाखिला पोर्टल कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस-2022) को लॉन्च कर दिया है।ताकि देशभर के जिन छात्रों ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूईटी) की परीक्षा दी है। वह अब इस पोर्टल के माध्यम से डीयू में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आपको बता दें कि दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया तीन अक्तूबर तक चलेगी। दाखिले की प्रक्रिया पूरी करने के बाद डीयू का प्रयास है कि पहले वर्ष के छात्रों के लिए एक नवंबर से नया सत्र शुरू कर दिया जाएं।इसके साथ ही पूरी दाखिले की प्रक्रिया के तीन चरण में होगी। पहले चरण में आवेदन, दूसरे चरण में वरीयता भरना और तीसरे चरण में सीट का आवंटन होगा।
आवेदन शुल्क की बात करें तो एससीए एसटी और पीडबल्यूबीडी वर्ग के आवेदकों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपये का भुगतान करना होगा। वही जनरल और ओबीसी वर्ग के आवेदकों को आवेदन शुल्क के रूप में 250 रुपये का भुगतान करना होगा।
इस वर्ष दाखिले कट ऑफ की जगह सीयूईटी स्कोर के आधार पर किए जाएंगे।इस वर्ष 67 कॉलेजों, विभागों, केंद्रों में 79 स्नात्तक प्रोग्राम के लिए दाखिले होंगे। जिनमें बीए प्रोग्राम के लिए 206 कॉम्बिनेशन शामिल हैं।
दाखिला प्रक्रिया से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
1.आवेदन डीयू की वेबसाइट (www.du.ac.in/) पर उपलब्ध कराए गए लिंक के माध्यम से करना है।
2.आवेदन पत्र में ईमेल आईडी ध्यान से भरें, इसी पर जानकारी भेजी जाएगी।
3.छात्रों को बारहवीं के सभी विषयों के अंक सावधानी से भरने होंगे।
4.मेरिट टाई होने पर यही अंक टाई को तोड़ने का आधार बनेंगे।
5.सीयूईटी नतीजे जारी होने के बाद सीएसएएस का दूसरा चरण शुरू होगा
6.दूसरे चरण में ध्यान से कॉलेज व प्रोग्राम का चयन कर अपनी वरीयता को भरना है।
7.निर्धारित सीमा समाप्त होने के बाद प्रोग्राम और कॉलेज चयन और वरीयता बदलने की अनुमति नहीं मिलेगी।
8.सीट आवंटन की प्रक्रिया 10 अक्तूबर के आसपास शुरू होगी।
9.सीट आवंटन होने के बाद आवंटित सीट को स्वीकार करना होगा। जिस राउंड में सीट आवंटित की गई उसमें ही सीट लेनी होगी।
10.सीट स्वीकार नहीं करने पर छात्र अगले राउंड में भाग नहीं ले सकेगा।
11.एक से ज्यादा सीटों की पेशकश होने पर एक ही सीट को स्वीकार करना होगा।
12.सीट स्वीकार करने पर कॉलेज छात्र के दस्तावेजों की जांच करेगा।
13.दस्तावेज के सत्यापन के बाद कॉलेज उम्मीदवार की आवंटित सीट को स्वीकृति या अस्वीकार करेगा।
14.कॉलेज की मंजूरी के बाद छात्र को प्रवेश शुल्क का भुगतना करना होगा।
15.अस्वीकृति, सीट रद्दीकरण और नाम वापसी के कारण खाली हुई सीटों की उपलब्धता के आधार पर डीयू अगला राउंड आयोजित करेगा।
16.प्रत्येक राउंड के बाद खाली सीटों की जानकारी डीयू वेबसाइट पर दी जाएगी।
17.जो छात्र इस दौरान अपग्रेड का विकल्प चुनेंगे उन्हें सीटों की उपलब्धता के अनुसार अगले आवंटन राउंड में विचार किया जाएगा।
18.अपग्रेड का विकल्प लेने पर छात्र को अपग्रेड की सीट को स्वीकार करना होगा।
19.अपग्रेड सीट को स्वीकार नहीं करने पर छात्र को डिफ़ॉल्ट रूप से रद्द माना जाएगा और वह दाखिला सिस्टम से बाहर हो जाएगा
20.यदि कोई उम्मीदवार अपग्रेड नहीं होता है तो उसकी पिछली सीट पर दाखिला बरकरार रखा जाएगा। तब उसे अपने डैशबोर्ड के माध्यम से अपनी सीट को फ्रीज करना होगा। इसके बाद उसे अपग्रेड की अनुमति नहीं होगी।
21.फ्रीज करने के बाद नाम वापस भी नहीं लिया जा सकेगा।
22.छात्रों को वरीयता बदलने का अवसर भी दिया जाएगा।
23.सीटें खाली रहने पर स्पॉट राउंड भी किए जा सकते हैं।