डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता हैं। उनको भगवान का दूसरा रूप इस लिए कहा जाता हैं क्योंकि वो लोगों को नया जीवन दान देते हैं। ऐसा ही कुछ एम्स के डॉक्टरों ने एक 5 साल के बच्चे को नया जीवन दान देकर किया है।
अभी हाल ही में एम्स में एक पांच साल छोटे बच्चे की दोनों किडनी प्रत्यारोपण की गई है। आपको बता दें कि एम्स डाक्टरों ने करीब तीन सप्ताह पहले एन ब्लाक किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी की थी यह सर्जरी पूरे 7 घंटे चली थीं।
इस ऑपरेशन को करने के बाद डाक्टरों का कहना था कि, यह देश का पहला ऑपरेशन है जिसमें में इतनी कम उम्र के बच्चे की दोनों किडनी एक साथ प्रत्यारोपित की गई है। इस ऑपरेशन के बाद से एम्स का नाम एक नए कीर्तिमान मे जुड़ गया है।
डॉक्टरों के मुताबिक़ इतने छोटे बच्चे की किडनी प्रत्यारोपण की सर्जरी काफ़ी जोखिम भरी होती है। लेकिन फिर भी एम्स के डाक्टरों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और बच्चे को एक नई जिंदगी दी। जानकारी के लिए बता दे कि किडनी प्रत्यारोपण के बाद अब वह बच्चा ठीक है। उसे अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
वह बच्चा हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है।इस ऑपरेशन के बाद से वह बच्चा सामान्य जीवन व्यतीत कर सकेगा और स्कूल जा सकेगा। आपको बता दें कि बच्चें को आटोइम्युन की बीमारी थी। इस बीमारी से पीड़ित मरीज की प्रतिरोधकता अपने ही शरीर का नुकसान पहुंचाने लगती है। इस वजह से बच्चे की किडनी खराब हो गई थी और वह लंबे समय से डायलिसिस पर था।
इस सफ़ल ऑपरेशन को एम्स के सर्जन डा. मंजूनाथ ने एम्स ट्रामा सेंटर में 16 माह के एक ब्रेन डेड बच्चे का अंगदान करने के बाद किया। जोकि अब तो का सबसे कम उम्र का डोनर है।उसके अंगदान में मिली दोनों किडनी को पांच साल की उम्र के इस बच्चे मे प्रत्यारोपित करके उसे नया जीवन दान दिया गया।