केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया पराली जलाने की समस्या का समाधान “पूसा डीकंपोजर”

राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है। दिल्ली का AQI इंडेक्स गंभीर रेखा से पार चला गया है।परंतु दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने हर वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी इसका कारण और जवाबदेही हरियाणा और पंजाब ​के किसानों पर फोड़ दी है, दिल्ली में प्रदूषण की इस खतरनाक स्थिति के लिए पराली जलाने को जिम्मेदार बताया जा रहा हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इस समस्या का समाधान एक कार्यक्रम के दौरान बताया।

दिल्ली के पूसा कैंप में कार्यक्रम आयोजन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) द्वारा धान की पराली को जलाने से बचाने के लिए बनाए गए “पूसा डीकंपोजर” का किसानों द्वारा बेहतर उपयोग करने के लिए दिल्ली के पूसा कैंपस ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में सैकड़ों किसान मौजूद थे। 60 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के माध्यम से बहुत सारे किसान ऑनलाइन वर्चुअल वीडियो कॉल के माध्यम से भी जुड़े। संस्थान द्वारा पराली से खाद बनाने की तकनीक यूपीएल (UPL) सहित अन्य कंपनियों को भी ट्रांसफर की गई है।

राज्यों सरकारों को एक दूसरे पर आरोप लगाने से बचना चाहिए : कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा, ” पराली की घटना पर राजनीति से ज्यादा जरूरी है इस समस्या से निपटा जाए और वातावरण को प्रदुषित होने से बचाया जाए। पराली जलाने की समस्या बेहद ज्यादा गंभीर है,इस पर राज्य सरकार द्वारा एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाना उचित नहीं है। केंद्र कराकर हो या फिर राज्य सरकार सबका एक ही उद्देश्य है कि देश के अंदर किसान खुश रहे और कृषि क्षेत्र मे और विकास किया जाए। प्रदूषण से न केवल वातावरण प्रदूषित होता है ये लोगों के लिए भी खतरनाक हैं।”