दिल्ली में जल्द लागू हो सकता है ऑड-ईवन फॉर्मूला, जहरीली हवा को देख कर स्कूल-कॉलेज भी हो सकते है बंद

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एमरजेंसी स्तर पर पहुंच गया हैं। इसके साथ ही सीएक्यूएम (कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट) ने GRAP के चौथे और अंतिम चरण को भी लागू कर दिया है। राजधानी में प्रदूषण का लॉकडाउन लग गया हैं, GRAP के द्वारा उठाया गया यह सबसे गंभीर कदम है। सीएक्यूएम (कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट) ने दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर हालत को देखते हुए 3 नवंबर 2022 गुरुवार को शाम 4:30 बजे आला दर्ज के अधिकारियों और सदस्यों के साथ आपातकालीन बैठक की। सीएक्यूएम द्वारा हुई इस बैठक में फैसला निकल के आया कि अब राजधानी में प्रदूषण से निजात पाने के लिए चौथे चरण को लागू करना अति आवश्यक हो गया है।

सरकार ले सकती है प्रदूषण के कारण जल्द यह फैसले

दिल्ली सरकार ने प्राइवेट निर्माण कार्य पर रोक लगाई है , और साथ ही बड़े- बड़े ट्रक्स जो डीजल पर चलते है, उनके दिल्ली में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी के साथ सरकार द्वारा संचालित प्रोजेक्ट जिसमें हाईवे, रोड़ , बिल्डिंग्स पर भी रोक पर भी कुछ टाइम के लिए रोक लगा दी गई है।आने वाले समय में सरकार यह ऐलान कर सकती है कि दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम कार्य करना होगा।स्कूलों, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों को बंद करने के निर्देश से सकती है।प्राइवेट गाड़ियों पर ऑड-ईवन (odd even) सिस्टम लागू करने का आदेश भी पारित कर सकती है सरकार।

दिल्ली के कई क्षेत्रों में AQI इंडेक्स खतरनाक स्तर के पार

दिल्ली का आज का एवरेज एक्यूआई (AQI) 453 है, इसका मतलब यह है कि दिल्ली का प्रदूषण खतरे की श्रेणी में है।वहीं नोएडा का औसत एक्यूआई(AQI) 562 है। जिसके तहत नोएडा में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।गाजियाबाद का औसत एक्यूआई(AQI) 407 है।राजधानी दिल्ली के धीरपुर इलाके का औसत एक्यूआई(AQI) 512 है। वहीं नेहरू नगर में 484 और जहांगीरपुरी में 485 तथा आनंद विहार में 473 के पास पहुंच गया हैं। दिल्ली एनसीआर ( Delhi NCR) के अधिकतम क्षेत्र खतरे और गंभीर श्रेणी में हैं।