दिल्ली सरकार ने लोगों को कचरे से निजात दिलाने के लिए एक नई तरकीब ढूंढ निकाली है। जिसके बाद आपको सिर्फ कचरे से ही निजात नहीं मिलेगा,बल्कि इस कचरे से फायदा भी होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल दिल्ली में हर दिन करीब 4,400 मीट्रिक टन जैविक कचरा पैदा होता है। जिसका अभी तक वेस्ट टू एनर्जी प्लांट और कंपोस्ट संयंत्रों पर इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन अब इसका इस्तमाल
बायो सीएनजी प्लांट पर किया जाएगा।
क्योंकि दिल्ली एमसीडी अब तीन बायो सीएनजी प्लांट लगाने की योजना पर काम कर रही है। बता दें कि ये प्लांट घोघा, नांगली व ओखला में बनाएं जा रहें हैं। जिसके बनने के बाद से यहां पर हर दिन करीब 700 टन कचरा गलाया जाएगा।
जिससे करीब 28,000 किलोग्राम कंप्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन होगा।जिसका आप इस्तमाल वाहनों के ईधन या रसोई गैस के तौर पर भी कर सकते हैं।अगर अधिकारियों की माने तो नरेला जोन में घोघा में तीन एकड़ जमीन पर काम शुरू कर दिया गया है। वहीं नांगली और ओखला में भी निर्माण कार्य जारी है।
जानकारी के लिए बता दें,घोंघो और नांगली में हर दिन करीब 200 टन जैविक कचरे को संपीड़ित कर बायो सीएनजी का उत्पादन किया जाएगा, जबकि ओखला का प्लांट दोनों से बड़ा होगा और यहां हर दिन 300 टन जैविक कचरे को संपीडित किया जाएगा।