दिल्ली मेट्रो एसी की ठंडक में सीलमपुर के पुल के ऊपर से गुजर रही है। अंदर यात्री खुशी से यात्रा कर रहे हैं, परंतु इस पुल के नीचे से ऐसी तस्वीर सामने आई है जो राजधानी के लिए शर्मसार करने वाली है। नीचे नाले में कूड़े का ढेर लगा हुआ है। गंध ऐसी है कि आप सांस नहीं ले पाएंगे। यहां से गुजरने वाले लोग कहते हैं कि यह हमारी ही करतूत है, परंतु इससे निपटने का तरीका जानने के बावजूद वे इस पर अमल नहीं करते। आखिर यह गंदगी तो हमारे बच्चों पर ही भारी पड़ेगी।
राजधानी के माथे पर लगा ये दाग
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का ये नजारा दाग जैसा है। चमचमाती सड़कों के बीच बदबूदार और गुलजार कचरे की यह तस्वीर आपको सच्चाई से रूबरू करा रही है। इस तस्वीर को देखकर आपका सिर शर्म से झुक जाएगा। नाले की इस तस्वीर में आपको चारों तरफ कचरा नजर आएगा। कुछ जेसीबी मशीनें काम करती नजर आ रही हैं, लेकिन नाले का काला पानी और उसकी बदबू यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है।
हम आखिर कब जागेंगे?
आपको बता दे, ये तस्वीर हमें आगाह भी कर रही है कि आखिर कब जागेंगे हम। हमारी नागरिक भावना कब जागेगी? क्या नालियां, नदियां कचरा फेंकने के लिए बनी हैं? क्या इसमें प्लास्टिक डाला गया है? सभ्य समाज में ऐसा नहीं होता। अगर आप मेट्रो की चमक देखकर खुश हैं तो थोड़ा नीचे जरूर देखें। यह कचरा और गंदगी हमारे जीवन पर भारी पड़ने वाली है।
कम से कम छोटों के लिए छोड़ दो!
हमारे बच्चे इसी माहौल में बड़े होंगे, क्या वे बड़े होंगे? अगर आप अपने बच्चों के लिए स्वस्थ जीवन चाहते हैं तो ऐसी तस्वीरों को अपने जीवन से हटा दें। यह न तो हमारे लिए अच्छा है और न ही आपके लिए। दिल्लीवालों ये तस्वीर डराने वाली है। हम सभी को आगे आना होगा।