देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों मौसम की मार झेल रही है। राजधानी में इस बार अप्रैल में मौसम काफी सुहाना रहा है। सामान्य से 45 फीसदी अधिक बारिश से तापमान लगातार सामान्य से नीचे चल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली एनसीआर के इलाकों में दो दिन बाद एक बार फिर बूंदाबांदी के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 26 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर दस्तक देने वाला है। इसका असर मैदानी इलाकों में भी दिखेगा। अगले सात दिनों तक देश के किसी भी हिस्से में लू चलने की संभावना नहीं है।
सामान्य से 45 फीसदी ज्यादा बारिश हुई अप्रैल में
आपको बता दें, वैसे पश्चिमी विक्षोभ का असर दिल्ली एनसीआर के इलाकों में देखा जा रहा है। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में अब तक 45 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। राजधानी दिल्ली के सफदरजंग मौसम विज्ञान केंद्र में अप्रैल में अब तक सामान्य 13.9 मिमी बारिश होती है, परंतु इस बार अब तक 20.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 45 फीसदी ज्यादा है। इससे पहले मार्च में भी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई थी।
ताजा पश्चिमी विक्षोभ 26 अप्रैल से सक्रिय होगा
बता दें, मौसम विभाग का कहना है कि 25-26 अप्रैल के दौरान एक और पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर दस्तक दे सकता है। इससे हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी या ओले पड़ते देखे जा सकते है। इसका असर मैदानी इलाकों पर भी दिखेगा। 28 अप्रैल से मैदानी इलाकों में आंधी के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। वैसे दिल्ली एनसीआर के इलाकों में मंगलवार और बुधवार से ही बादलों की आवाजाही देखने को मिलेगी। इससे तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन बाद दिल्ली एनसीआर में बूंदाबांदी के आसार हैं।
26-28 अप्रैल के बीच होगी बारिश
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक, 26 से 28 अप्रैल के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी होगी। इतना ही नहीं, 27 से 28 अप्रैल के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। फिलहाल मौसम की इन गतिविधियों के कारण दिल्ली की हवा भी लगातार साफ बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सोमवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 160 रहा। हवा के इस स्तर को मध्यम श्रेणी में रखा गया है। सफर का अनुमान है कि फिलहाल दिल्ली की वायु गुणवत्ता इसी के करीब बनी रहेगी।