भारत के ज्यादातर हिस्सों में इस गर्मी में सामान्य तापमान और हीटवेव दिनों से ऊपर रहने की आशंका है। इसके बावजूद, केंद्र द्वारा सिफारिश किए जाने के चार साल बाद भी हीट एक्शन प्लान (एचएपी) को राष्ट्रीय राजधानी में लागू किया जाना बाकी है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कहते हैं, सरकार विशेषज्ञों से चर्चा कर रही है। अगर कुछ ठोस निकला तो हीट वेव प्लान तैयार हो जाएगा।
ग्रीनपीस इंडिया ने केजरीवाल को लिखा पत्र
आपको बता दे कि एचएपी आर्थिक रूप से हानिकारक और घातक गर्मी की लहरों से निपटने के लिए प्राथमिक नीति है। वे हीटवेव के प्रभाव को कम करने के लिए कई गतिविधियों और उपायों को निर्धारित करते हैं। ग्रीनपीस इंडिया ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर सभी हितधारकों के साथ परामर्श के बाद 7 मई तक हीट एक्शन प्लान प्रकाशित करने का आग्रह किया है।
दिल्ली सरकार उदासीनता दिखा रही है
वहीं ग्रीनपीस ने कहा कि गर्मी की लहर ने राजधानी में हजारों बाहरी या निर्माण श्रमिकों, बुजुर्गों और नवजात शिशुओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। ग्रीनपीस इंडिया के अभियान प्रबंधक अविनाश चंचल ने कहा कि एचएपी पूरे भारत में कई क्षेत्रों में प्रभावी साबित हुए हैं, परंतु दिल्ली सरकार इसके प्रति उदासीनता दिखा रही है। 18 मिलियन से अधिक की आबादी के साथ, जिसमें अनौपचारिक क्षेत्र के 11 मिलियन लोग और जलवायु-संवेदनशील क्षेत्रों के कई प्रवासी शामिल हैं, इस योजना को लागू करना समय की आवश्यकता है।
सामान्य तापमान अनुमान से ऊपर
वहीं इस माह की शुरुआत में, मौसम विभाग ने नॉर्थ-वेस्ट और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों को छोड़कर अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान की भविष्यवाणी करी थी। इस समय के दौरान मध्य, पूर्व और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में हवा की गति सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।