देश की ताजनगरी दिल्ली में वर्ष साल बड़ी संख्या में लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं। ज्यादातर मौतें शराब पीकर गाड़ी चलाने से होती हैं। हादसों में मरने वालों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। इसे कम करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कई कदम उठाए हैं। चालू वर्ष में ट्रैफिक पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ जिस तरह का अभियान चलाया है, इतना प्रभावी अभियान इससे पहले कभी नहीं चलाया गया। 1 जनवरी से 31 मार्च के बीच, ट्रैफिक पुलिस ने पूरी दिल्ली में एक विशेष अभियान में शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए 5,384 चालान काटे। तीन माह की इस अवधि में 2021 में सिर्फ 286 और 2022 में 399 चालान काटे गए।
पुलिस जागरूकता के लिए कैंप लगाती है
आपको बता दें कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा पुलिस समय-समय पर स्कूल, कॉलेज और प्रमुख चौराहों पर समाज के सभी वर्गों के लिए सड़क सुरक्षा जागरूकता शिविर आयोजित करती है। शिविर में सुरक्षित ड्राइविंग पर लघु फिल्मों के साथ-साथ व्याख्यान और शैक्षिक साहित्य वितरित किए जाते हैं।
लोग इन जगहों पर फंस जाते हैं
पंजाबी बाग क्लब रोड, राजौरी गार्डन, नजफगढ़ रोड, लाजपत नगर, सरिता विहार, बदरपुर, महरौली, हौज खास और वसंत कुंज में सबसे ज्यादा लोग शराब के नशे में वाहन चलाते हुए पकड़े गए हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त एसएस यादव ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का मुख्य उद्देश्य रात में सड़क पर चलने वालों की सुरक्षा करना है। रात के समय सड़क हादसों का प्रमुख कारण शराब पीकर वाहन चलाना है। पुलिस रात में ब्रेथ एनालाइजर से जांच कर रही है।