अब आपकी मेहनत की कमाई हरा रंग, नीला टिक और फ्रॉड शब्द से बच जाएगी। जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं। अब दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों के कॉल आने पर ग्रीन (ग्रीन बैज) में ब्लू टिक दिखाई देगा। वहीं अगर जालसाज कॉल करता है तो आपके मोबाइल स्क्रीन पर फ्रॉड या स्पैम शब्द दिखाई देगा। इस तरह आप जालसाजों का शिकार बनने से बच पाएंगे । दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा कि पुलिस अब तक जितने भी जालसाजों का नंबर ट्रूकॉलर को साझा करेगी, साथ ही साइबर जालसाजी से बचने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
2020 से 2022 के बीच 16 लाख से ज्यादा साइबर क्राइम के मामले
मिली जानकारी के मुताबिक 2020 से 2022 के बीच देशभर में 16 लाख से ज्यादा साइबर क्राइम के मामले सामने आए हैं। इनमें से 32 हजार से ज्यादा एफआईआर संबंधित मामलों में दर्ज की जा चुकी हैं। कोरोना काल में साइबर फ्रॉड के मामले और भी बढ़ गए हैं। पुलिस उपायुक्त, विशेष प्रकोष्ठ आईएफएसओ, दिल्ली पुलिस, प्रशांत प्रिया गौतम ने कहा कि वर्तमान में साइबर जालसाज लगभग 13 तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। इसमें जबरदस्त सेक्सटॉर्शन है।
दिल्ली पुलिस ने की ट्रूकॉलर के साथ डील
बता दें कि इसमें जालसाज एक लड़की के जरिए पहले शिकार को वीडियो कॉल करते हैं और उसका अश्लील वीडियो बना लेते हैं। फिर खुद को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा का अधिकारी बताकर दूसरे नंबरों से फोन करते और कहते है कि वीडियो की पीड़िता ने आत्महत्या की है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। ऐसे में पीड़ित काफी डर जाता है और केस को सुलझाने के नाम पर मोटी रकम चुका देती है। ऐसे बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रूकॉलर के साथ ब्लू टिक के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।
स्क्रीन पर पुलिस अधिकारियों के नंबर इस तरह दिखाई देंगे
बता दें, दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा कि Truecaller अब दिल्ली पुलिस डायरेक्टरी सर्विसेज पर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों के मोबाइल नंबर प्रदर्शित करेगा। पुलिस अधिकारियों के सभी सत्यापित नंबरों पर हरा बैज और नीला टिक मार्क होगा। साथ ही एक सरकारी सेवा टैग पर प्रकाश डाला जाएगा। पुलिस अधिकारी का नंबर आने पर आपके मोबाइल पर ग्रीन बैज, ब्लू टिक और सरकारी सेवा का टैग एक साथ दिखाई देगा।