दिल्ली में कोरोना के मामले कम होने के बाद लोगों ने पब्लिक प्लेस वाली जगहों पर मास्क पहनना कम कर दिया है। भीड़ में एक-दो को छोड़कर ज्यादातर लोग रोजाना बिना मास्क के सफर करते हैं, परंतु अब इस आदत को बदलने की जरूरत है। ताजनगरी दिल्ली समेत पूरे भारत में इन्फ्लुएंजा एच3एन2 के मरीज बढ़े हैं। कुछ मामलों में मरीज को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। वहीं फिलहाल इससे 3 मौत भी हो चुकी है। इसलिए सचेत रहने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। इस वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने की हिदायत दी है। हालांकि डॉक्टरों ने भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली में बढ़े एच3एन2 के मरीज, क्या बोले विशेषज्ञ
बता दें, पीएसआरआई संस्थान के अध्यक्ष डॉ. जीसी खिलानी ने कहा,
दिल्ली में इस समय फ्लू गंभीर स्थिति में है, जो काफी समय से लोगों को परेशान कर रहा है। इस समय 75 साल से ऊपर के मरीजों को इस वायरस के कारण आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है। इसलिए इस उम्र के मरीजों के बाहर निकलने पर रोक लगा देनी चाहिए। उन्हें बाहर जाकर लोगों से मिलने के दौरान इस वायरस की चपेट में आने का खतरा अधिक है।
मास्क पहनना चाहिए
वहीं पीएसआरआई संस्थान के अध्यक्ष डॉ. जीसी खिलानी ने लोगों को इसके साथ मास्क पहनकर ही बाहर निकलने की सलाह दी है। इससे संक्रमण का खतरा कम होगा। मैक्स हेल्थकेयर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने बताया कि इंफ्लूएंजा से बचने के लिए हमें कोविड जैसी सावधानियां के पालन करने की आवश्यकता है। अगर कोई इंसान बीमार है तो उसे मास्क जरूर पहनना चाहिए। इसके साथ ही बीमार होने पर किसी से हाथ न मिलाएं, भीड़-भाड़ वाली सड़कों से बचें और हो सके तो ऑफिस या स्कूल-कॉलेज जाने से बचने का प्रयत्न करें।
लगातार छींक और खांसी आने पर करें ये काम
वहीं बताते चलें, डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने उन लोगों को भी सलाह दी है, जिन्हें इस वायरस के कारण लगातार छींक या खांसी आ रही है। उन्होंने बताया कि लगातार खांसने या छींकने पर हाथों को साबुन या हैंडवॉश से धोने की जरूरत है। इसके अलावा खुले में छींकने या खांसने से बचने की जरूरत है। हाथ न धोने के कारण यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है।