Delhi Development News: 2041 में न्यूयॉर्क को पछाड़ेगी दिल्ली, DDA ने ड्राफ्ट किया 2041 का मास्टरप्लान

देश की ताजनगरी दिल्ली का कायाकल्प करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने अब एक बड़ा कदम उठाया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा अनुमोदित मसौदा मास्टर प्लान 2041 में विकास, पर्यावरणीय स्थिरता, हरित अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे पर पूरा जोर दिया गया है। इस योजना के तीन लक्ष्य हैं। पहले में लोगों के लिए एक स्वस्थ वातावरण प्रदान करना, भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक अच्छे शहर का निर्माण करना और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना शामिल है।

डीडीए का यह मास्टर प्लान इस तरह तैयार किया जा रहा है कि न्यूयॉर्क जैसा शहर भी राजधानी के सामने फीका नजर आएगा। वहीं रात में चलने वाले व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा। ताकि नाइट इकोनॉमी को बढ़ावा देने के साथ ही इसमें सुधार किया जा सके।

 

दो खंडों में बांटा मास्टर प्लान का मसौदा

मास्टर प्लान 2041 के पूरे मसौदे को दो खंडों और दस अध्यायों में बांटा गया है। इसके हर अध्याय में दिल्ली के विकास को लेकर ही प्लानिंग की गई है। पूरे मास्टर प्लान की खास बात ये है कि इसको बुनियादी बातों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। आम लोगों की जरूरतों को इस मास्टर प्लान में प्रमुखता से लिया गया है। मास्टर प्लान को कुछ इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि शहर के साथ ही व्यक्तिगत विकास में भी कहीं बाधा न आए।

 

ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2041 के मुख्य बिंदु:

  • ड्राफ्ट मास्टर प्लान में ब्लू-ग्रीन एसेट्स पर खास ध्यान दिया गया है। इनमें जैव विविधता पार्क, बाढ़ के मैदान की योजना, बावड़ी और झीलों और तालाबों का कायाकल्प, नालों के किनारों का सौंदर्यीकरण और साइकिल चलाने और पैदल चलने वालों के लिए जगह बनाना शामिल हैं। इसके अलावा इमारतों में ग्रीन ब्लू फैक्टर लाना भी शामिल है।
  • स्वच्छ अर्थव्यवस्था के लिए इसकी विशेष योजना है। यह आईटी हब, साइबर हब, ज्ञान आधारित उद्योगों, अनुसंधान और विकास सुविधा का प्रस्ताव करता है। ये सभी नए उद्योग हाईटेक और सेवा आधारित उद्योग होंगे।
  • स्ट्रेटेजी हब और सेंटर के विकास का भी प्रस्ताव है। इसमें मौजूदा जिला केंद्रों के उन्नयन के साथ व्यापार संवर्धन जिले, टीओडी (ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट) भी शामिल हैं।
  • यमुना और यमुना के बाढ़ के मैदानों को पुनर्जीवित करने के लिए यमुना नदी के लिए एक व्यापक नदी विकास योजना तैयार की गई है।
  • सुरक्षित नाइटलाइफ़ अर्थव्यवस्था के लिए शहर को तैयार करना।
  • हेरिटेज जोन, पुरातत्व पार्क, कल्चरल हब व अन्य संरक्षित हेरिटेज भवनों के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। ताकि दिल्ली में इतिहास और संस्कृति को बढ़ावा मिल सके।
  • इसमें एक सांस्कृतिक और मनोरंजन केंद्र विकसित करना शामिल है।
  • रात के समय की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सिटी हब, सर्किट, प्लाजा, कॉरिडोर के साथ रात के समय सर्किट आदि की पहचान करना।
  • निजी भागीदारी बढ़ाकर आवास की जरूरतों को पूरा करना। इसमें अनियोजित क्षेत्रों के लिए लैंड पूलिंग और पुनर्जनन योजनाएं शामिल हैं। इसके लिए एफएआर को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • गैर-स्वामित्व, किराये के आवास और किफायती किराये के आवास परिसरों का विकास करना। यह विशेष रूप से बड़े पैमाने पर पारगमन क्षेत्रों के आसपास होगा। इनमें सर्विस अपार्टमेंट, हॉस्टल, स्टूडेंट हाउसिंग, वर्कर हाउसिंग जैसी सुविधाएं होंगी।
  • पार्किंग प्रबंधन की योजना के साथ हरित गतिशीलता को बढ़ावा दिया गया है। इसमें ई व्हीकल और ई चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया गया है।
  • उपचारित जल का अधिक उपयोग, दोहरी पाइपिंग प्रणाली, हरित रेटिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, संसाधनों का बेहतर उपयोग, अपशिष्ट प्रबंधन के लिए रणनीति बनाना।
  • जीआईएस के आधार पर लैंड यूज प्लान तैयार किया जाएगा।
  • इसमें जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के प्रभावों से निपटने की तैयारी भी शामिल है।