Delhi News: दिल्ली में अभी से पानी की सप्लाई हुई प्रभावित, गर्मी में होगी पानी की किल्लत

हरियाणा से यमुना नदी को कच्चे पानी की आपूर्ति कम हो रही है। इससे यमुना में फरवरी में ही पानी की किल्लत नजर आने लगी है। जानकारों के मुताबिक सर्दियों में बारिश नहीं होने से यमुना का जलस्तर कम हो गया है। हरियाणा पर यमुना में कम पानी छोड़ने का आरोप है। पानी कम छोड़े जाने से यमुना के वजीराबाद तालाब का जलस्तर 674.50 फुट से घटकर 671.80 फुट पर आ गया है। यमुना तालाब में जलस्तर कम होने से वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर इसका प्रभाव पड़ा है। 

इस प्लांट में यह करीब 15 फीसदी कम हो गया है। वजीराबाद में जल उपचार संयंत्र 1, 2 और 3 में 136 MGD पानी का उत्पादन होता है। फरवरी में राजधानी में पानी की मांग आमतौर पर 830 से 850 एमजीडी तक होती है। इस बार यह बढ़ रहा है और 900 MGD को पार कर रहा है। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) राजधानी दिल्ली को लगभग 990 MGD पानी की आपूर्ति करता है। पीक समर सीजन के दौरान यह मांग बढ़कर लगभग 1100 से 1300 MGD हो जाती है।

इन इलाकों में पानी सप्लाई पर पड़ेगा असर

बता दें, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, मजनू का टीला, विधानसभा, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, डिफेंस कॉलोनी, राजघाट, एलएनजेपी अस्पताल, डब्ल्यूएचओ, आईपी स्टेशन, आदर्श नगर, जीपीओ, निगमबोध घाट, तिमारपुर, गोपालपुर, केवल पार्क, आजादपुर, शालीमार बाग, वजीरपुर, मुखर्जी नगर, बुराड़ी और इसके आसपास के इलाके, दिल्ली कैंट के कुछ हिस्से और साउथ दिल्ली

स्थिति कब तक रहेगी ऐसी?

बताते चले, दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, यह स्थिति तब तक बनी रहेगी जब तक हरियाणा की तरफ से यमुना में पर्याप्त पानी नहीं छोड़ा जाता। वजीराबाद तालाब में जलस्तर सामान्य होने पर ही आपूर्ति सामान्य हो सकेगी।

तापमान बढ़ने के साथ ही मांग भी बढ़ रही है। आपात स्थिति में लोग टैंकर प्राप्त करने के लिए सेंट्रल कंट्रोल रूम से 1916, 24527679, 23634469 पर संपर्क कर सकते हैं।