देश की राजधानी दिल्ली से गाड़ियों का जाम कम करने के लिए दो नए एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्सों को आगामी महीनों में यातायात के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है। 29 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे और 75 किलोमीटर लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर-2) का काम तेजी से हो रहा है। यह दोनों एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से को पहले पड़ाव में खोल दिया जाएगा। पहले में, द्वारका एक्सप्रेसवे के 19 किलोमीटर के खंड को मई के पहले सप्ताह में यातायात के लिए खोल दिया जाएगा, वहीं इससे पहले अगस्त की समय सीमा तय की गई थी। इसके बाद जुलाई के पहले हफ्ते में अर्बन एक्सटेंशन रोड का 30 किमी का हिस्सा खुलेगा।
अर्बन एक्सटेंशन रोड
बता दे, ताजनगरी दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में वाहनों की आवाजाही को आसान बनाने और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को दिल्ली के बाहर एक्सप्रेसवे-राष्ट्रीय राजमार्ग से सीधे जोड़ने के लिए 75 किमी लंबी शहरी विस्तार सड़क बनाई जा रही है। इसका लगभग 45 किमी लंबा हिस्सा द्वारका में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की परियोजना कार्यान्वयन इकाई (PIU) के तहत है। शेष 30 किमी पीआईयू सोनीपत के करीब है। राजधानी के टोटल हिस्से का लगभग 30 किलोमीटर हिस्सा जुलाई में यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। एजेंसियों ने बकाया चुकाने के लिए अक्टूबर तक का समय मांगा है।
दिल्ली और हरियाणा की सीमा पर ट्रैफिक खत्म करना
बताते चले राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमा पर ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे-48 के बाइपास के रूप में 29 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। एनएच-48 पर शिवमूर्ति से शुरू होकर खेरकी दौला टोल प्लाजा तक एक्सप्रेसवे का 10 किमी हिस्सा दिल्ली में पड़ेगा। वहीं बचा हुआ 19 किमी हरियाणा में निर्माण।प्रक्रिया में है। हरियाणा का हिस्सा अप्रैल के अंत तक तैयार हो जाएगा और मई के पहले सप्ताह तक यातायात के लिए खुल जाएगा, परंतु राजधानी के हिस्से को पूरा होने में दिसंबर तक कम समय लेगा। इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
दोनों ही प्रोजेक्ट राहत के लिहाज से काफी अहम हैं
गौरततलब है कि NHAI के मुताबिक, इन दोनों एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली के एक हिस्से पर प्रतिदिन तीन लाख यात्रियों को ले जाने वाली यूनिट कार यूनिट (पीसीयू) वाहनों का भार कम होगा। अर्बन एक्सटेंशन रोड के बन जाने से फरीदाबाद से सिंघू बॉर्डर की दूरी करीब डेढ़ घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जबकि एयरपोर्ट से जयपुर हाइवे तक पहुंचने में महज 30 मिनट का समय लगेगा। आठ-लेन द्वारका एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 1.5 लाख पीसीयू का दबाव कम होगा।