घूमने के लिहाज से वेस्ट टू वंडर और भारत भ्रमण जैसे पार्क तैयार कर रही दिल्ली नगर निगम (MCD) ने अब पालतू कुत्तों और बिल्लियों के लिए एक अनोखा पार्क तैयार किया है। जहां डॉग वॉकिंग से लेकर उनके मनोरंजन के कई विकल्प होंगे। इतना ही नहीं यहां स्विमिंग और बर्थडे पार्टीज के लिए भी जगह है। पालतू पशु प्रेमियों को यह पार्क बहुत पसंद आएगा। हालांकि एंट्री के लिए कई शर्तें होंगी, जिसके बाद ही पालतू कुत्ते और उसके मालिक को एंट्री मिलेगी। एमसीडी ने अपने कार्यों को आउटसोर्स करने की प्रक्रिया में है। इसके पूरा होने के बाद इस पार्क का उद्घाटन किया जाएगा।
पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी
बता दे, दिल्ली नगर निगम (MCD)के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में पालतू जानवर खासकर कुत्ते रखने का चलन तेजी से बढ़ा है। इसी को ध्यान में रखते हुए निगम ने उपकरणों से लैस दिल्ली का पहला पालतू पार्क तैयार किया है। इसमें पालतू जानवरों के लिए कई एक्टिविटीज रखी गई हैं। जहां जानवरों को भी यह पसंद आएगा वहीं पशु प्रेमियों को भी यह पसंद आएगा, उन्होंने बताया कि जंगपुरा में कुल एक एकड़ का पार्क है। जिसमें 0.6 एकड़ क्षेत्र में पेट पार्क बनाया गया है तथा शेष क्षेत्र में पार्किंग बनाई गई है।
जानवर चिड़चिड़े हो जाते हैं
वहीं इससे पूर्व एमसीडी ने ओल्ड राजेंद्र नगर में पेट पार्क भी तैयार किया था, परंतु उसमें यह सब सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी। बॉक्स रनिंग से लेकर स्विमिंग और स्पोर्ट्स तक में उपलब्ध है। निगम अधिकारी के मुताबिक पार्क में पालतू जानवरों के तैरने से लेकर खेलकूद और दौड़ने तक के लिए जगह उपलब्ध होगी, अधिकारी ने बताया कि आजकल लोगों के पास अपने पालतू जानवरों को घुमाने ले जाने या उनका शारीरिक संबंध बनवाने तक की जगह नहीं है। जब इन पालतू जानवरों को ऐसी जगह नहीं मिलती है तो ये चिड़चिड़े हो जाते हैं। इस स्थिति में पार्क पेट लवर्स के लिए एक बेहतर जगह मुहैया कराएगा। इसमें जानवर टायरों के बीच में दौड़ सकेंगे।
केवल पंजीकृत पालतू जानवरों को ही प्रवेश की अनुमति होगी
आपको बताते चले, एमसीडी केवल पालतू जानवरों और निगम के साथ पंजीकृत जानवरों को ही पार्क में प्रवेश करने की अनुमति देगा। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में पालतू जानवरों का पंजीकरण कराना अनिवार्य है। ऐसे में सिर्फ उन्हीं पालतू जानवरों को यहां एंट्री दी जाएगी, जिनके पास निगम का रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट होगा। वहीं रैबीज से बचने के लिए पशु को खुराक लगवाना अनिवार्य होगा।