फरवरी महीने में ही देश में मार्च जैसा मौसम आ गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक देश के सात राज्यों में पारा मार्च के मध्य के तापमान के बराबर है। 1918 से 2000 के बीच ओडिशा और हिमाचल प्रदेश में 18 मार्च का तापमान फरवरी के दूसरे हफ्ते में ही अपना रंग दिखा चुका है। इसी प्रकार गुजरात और राजस्थान में 17 मार्च, छत्तीसगढ़ में 15 मार्च, झारखंड में 14 मार्च और पंजाब में 12 मार्च को अधिकतम तापमान पहुंच चुका है।
दिल्ली की गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है
बता दें, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सोमवार तक दिल्ली का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जाने की उम्मीद हैं। देश की ताजनगरी दिल्ली में इस वर्ष फरवरी में अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 17 फरवरी 2006 को दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शनिवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 21 फरवरी तक यह 14 डिग्री तक दर्ज किया जाने की उम्मीद हैं।
गुजरात के भुज में 71 साल का रिकॉर्ड टूटा
बता दे, मौसम विभाग के मुताबिक फरवरी 1963 में ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था। फरवरी में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उम्मीद यह लगाई जा रही हैं कि महीने के आखिर तक 1963 का रिकॉर्ड टूट सकता है। 71 साल में पहली बार गुजरात के भुज में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह राजस्थान के 17 शहरों में फरवरी में दस दिनों तक पारा 30 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है।
पारे की चाल बता रही है कि अभी गर्मी और बढ़ेगी
आईएमडी (IMD) के अनुसार 16 फरवरी को समाप्त सप्ताह में देश का औसत अधिकतम तापमान 27.52 डिग्री सेल्सियस रहा। 1981 से 2010 के बीच यह इस समय के तापमान से 0.39 डिग्री सेल्सियस अधिक है। यह 1951 के बाद से 23वां सबसे गर्म सप्ताह था। पिछले साल इस सप्ताह औसत अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस था। 1951 के बाद यह 50वां सबसे गर्म सप्ताह था। पारे की चाल बता रही है कि गर्मी पिछले साल के मुकाबले तेजी से आगे बढ़ती जा रही है।