Delhi Metro News: खाने का लंचबॉक्स गिरने से गंदा हुआ मेट्रो का फर्श बच्चे ने की रुमाल से सफाई, लोग कर रहे है संस्कारो की तारीफ

सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो या तस्वीरे वायरल होती रहती हैं। कभी यह वायरल चीज़ें हृदय विदारक होती है, तो कभी खुशी से आखें नम कर देने वाली होती है। अच्छे कार्य की तारीफ़ हर कोई करता है और अच्छे कार्य की तारीफ़ होनी भी चाहिए। इसी कार्य के चलते एक बच्चे ने लोगों की तारीफ़ लूटी है क्योंकि वह गंदगी सफाई कर रहा था। हम आजकल के लोग गंदगी फैलाने में माहिर है, हम कूड़ा पड़ा देखते है तो उसे अनदेखा कर देते है। यह बात तो छोड़ो हम खुद इधर उधर गंदगी फैलाते है।इसी वजह से एक बच्चा जमकर तारीफ लूट रहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जहां एक बच्चे का टिफिन बॉक्स मेट्रो के फर्श पर गिर जाता है। वह बच्चा उसे साफ करने के लिए खुद के रुमाल का प्रयोग करता है। सोशल मीडिया पर बच्चे के संस्कार को जमकर तारीफ की जा रही हैं।

 

बच्चे के हाथ से गिरा टिफिन बॉक्स

प्राप्त जानकारियों के मुताबिक लिंक्डइन (Linkedin) नामक सोशल मीडिया एप पर आशु सिंह नामक एक अकाउंट ने पर दिल्ली मेट्रो के अंदर से मेट्रो ट्रेन के अंदर बिखरी चीजों को चुनते हुए एक बच्चे की तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा, “दिल्ली मेट्रो में एक किशोर ईयरफोन लगाकर बात कर रहा था। तभी उसका टिफिन बॉक्स नीचे गिर गया और उसका लंच फर्श पर बिखर गया। बच्चे ने अपने नोटबुक का एक पन्ना फाड़ा और फर्श को साफ किया। फिर बोतल से पानी डालकर अपने रुमाल से फर्श को वैसे ही चमका दिया, जैसा पहले था।” आशु ने इस पोस्ट में फर्श साफ करते बच्चे की तस्वीर भी शेयर कर दी। फिर क्या, चारों ओर से वाहवाही होने लगी। इस खबर खबर लिखे जाने तक 70,773 लोगों ने इस पोस्ट को पढ़ लिया था, 649 लोगों ने तो प्रतिक्रियाएं भी दीं। वहीं, 427 लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किए।

 

लोगों ने दी प्रतिक्रिया

एक व्यक्ति ने कॉमेंट बॉक्स में लिखा, “यह खासकर उन लोगों के लिए असली सीख है जो खुद को पालतू जानवरों से प्यार करने वाला बताते हैं लेकिन सड़कों या पार्कों में जानवरों का पेट खाली करवाते हैं। यह उनके लिए भी सीख है जो चलती गाड़ी की खिड़की से रैपर्स फेंकते हैं” एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, “शानदार परवरिश। माता-पिता को सलाम। एक जिम्मेदार नागरिक का व्यवहार ऐसा ही होना चाहिए। अगर हम सभी खुद से सफाई करने लगें तो अपने वातावरण को साफ और सुंदर बनाए रख सकते हैं। हमें इसके लिए किसी अभियान की जरूरत नहीं होनी चाहिए। हमें सिर्फ यह समझना होगा कि यह ग्रह (धरती) हमारा है और हम ही बदलाव के वाहक बन सकते हैं।”