दिल्ली के इस छात्र का माफी पत्र पढ़ कर हो गए सब भावुक,यहां पढ़े आप आखिर ऐसा क्या था उसमें

इंटरनेट पर आए दिन ऐसे बहुत से मैसेज वायरल होते रहते हैं, जिनमें से कुछ को पढ़ के हमें बहुत हंसी आती है तो कुछ हमे भावुक कर देते हैं। इन दिनो एक ऐसा ही मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जो दिल्ली के सरकारी स्कूल की टीचर मनु गुलाटी का है।

जानकारी के लिए बता दें कि यह वहीं टीचर हैं जिनका कुछ दिन पहले क्लासरूम में स्टूडेंट के साथ डांस वीडियो वायरल हुआ था, जिसे उन्होंने अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया था।अब उन्होंने एक बाऱ फिर से स्टूडेंट के क्लासवर्क से जुड़ी ऐसी चीज शेयर की है, जिसे खूब पसंद किया जा रहा है।

दरअसल गुलाटी ने अपनी क्लास के एक बच्चे की माफी की चिठ्ठी अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर की है। बता दें कि छात्र ने कोई गलती करके माफ़ी की चिट्ठी नहीं लिखी है, बल्कि ये नोट एक अंग्रेजी की क्लास के असाइनमेंट का हिस्सा है। क्योंकि गुलाटी ने अपनी क्लास में छात्रों से कहा था कि वे एक माफी पत्र लिखें, जोकि एक ऐसे सैनिक की तरफ से हो जिसके घर में बहन की शादी है और उसे छुट्टी नहीं मिल पाई है।

तो बस क्या था फिर छात्र ने इसी को ध्यान मे रख के एक ऐसा ही माफी पत्र लिखा दिया, जिसे देख के टीचर के ही नहीं बल्कि उसको पढ़ने वाले हर किसी के आंखों में आसूं आ गए हैं।

इस माफ़ी पत्र को उन्होंने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि,‘मैंने छात्रों से किसी ऐसी स्थिति की कल्पना करते हुए ‘सॉरी नोट’ लिखने के लिए कहा, जहां उन्हें माफी मांगने की जरूरत हो। पढ़िए एक छात्र ने आर्मी ऑफिसर होने की कल्पना कर क्या लिखा है। ‘मेरी ड्यूटी मेरी प्राथमिकता है।’ सेना के जवानों को सलाम।’

आइए जानते हैं ऐसा क्या था उस सॉरी नोट में

उस नोट में है कि,‘मुझे दुख है कि मैं नहीं आ सकता क्योंकि इस समय मेरा बॉर्डर खतरे में है। क्योंकि मेरी देश की सीमा इस समय खतरे में है, इसलिए मुझे छुट्टी नहीं मिल सकी। मां मुझे बहुत दुख है कि मैं नहीं आ सकता। शादी नहीं देख सकता। मुझे नहीं पता कि मैं कब अपनी बहन से मिल सकूंगा मां, इस समय मेरी ड्यूटी मेरी प्राथमिकता है। कृपया न आ पाने के लिए मुझे माफ कर दीजिए।’

छात्र के इस नोट को ट्विटर यूजर खूब पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही कई सारे लोगों ने इस छात्र की तारीफ में रिप्लाई किया है।एक यूजर ने लिखा है कि, मैम आप आउटस्टैंडिंग हो और उसी तरह से आपके छात्र भी। आपके जैसे शिक्षकों को सलाम।