सर्दियों का मौसम आते ही दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बिगड़ जाती है। इस साल भी सर्दियों के मौसम की शुरूवात में प्रदूषण ने दिल्ली में दस्तक दे दी है। लेकिन इस बार पूर्वानुमान लगाया जा रहा है कि प्रदूषण की स्थिति पहले से भी खराब होगी।
इस बार ग्रैप यानि ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान का पूर्वानुमान काफ़ी अहम है, क्योंकि ग्रैप लागू होने के बाद प्रदूषण बिना किसी पूर्वानुमान के ही खराब स्थिति में पहुंच गया है। प्रदूषण की इस ख़राब स्थिति को देखते हुए अभी हाल ही में कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने ग्रैप को लेकर पहली मीटिंग की थी,जिसमें ग्रैप के पहले चरण को तुरंत दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है।
बता दें कि ग्रैप के पहले चरण के नियम दिल्ली-एनसीआर में लगाए गए हैं,जिनका सख्ती से पालन हो रहा है। ग्रैप के पहले चरण में 23 कदम उठाने के लिए विभिन्न एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
ये पाबंदियां होंगी शामिल
– सरकारी वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाने पर 500 स्क्वॉयर मीटर या इससे अधिक के निर्माण कार्य के प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी जाएगी
– धूल को कम करने, निर्माण व मलबे से होने वाली धूल को रोकने के प्रभावी कदम
– खुली जगहों पर कूड़ा नहीं डाला जाएगा, संबंधित सिविक एजेंसी कूड़े का निस्तारण बेहतर तरीके से करेंगी
– सड़कों, लैंडफिल साइट आदि पर पानी का छिड़काव करना होगा
– निर्माण साइटों पर नए नियमानुसार एंटी स्मॉग गन लगानी होंगी
– लैंडफिल साइट पर आग लगने की घटनाएं रोकने के पर्याप्त इंतजाम होंगे
– ट्रैफिक जाम वाली जगहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी रहेंगे
– पीयूसी के नियमों का सख्ती से पालन होगा
– उद्योगों में सिर्फ अप्रूव्ड फ्यूल का इस्तेमाल हो सकेगा
– पटाखों पर रोक रहेगी
– कर्मियों के लिए यूनिफाइड कम्यूट को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि जाम न लगे
लोगों को करने होगें ये काम
– अपनी गाड़ियों की ट्यूनिंग प्रॉपर करवानी होगी
– गाड़ियों के टायर में एयर प्रेशर मेंटेन करना होगा
– यदि गाड़ी को रेड लाइट पर रोकना पड़ रहा है, तो इंजन बंद करने होंगे
– खुले में कूड़ा न डालें
– कहीं प्रदूषण फैलाने वालों को देखें तो 311 ऐप, ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप आदि पर रिपोर्ट करें