दिल्ली के कुतुबमीनार परिसर में स्थित कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के ढांचे में भगवान गणेश की मूर्ति को लेकर काफ़ी महीनों से बहस चल रही थी,कि गणेश की मूर्ति उल्टी लगी हुईं हैं।
लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा जाल हटाए जाने के बाद कुतुबमीनार परिसर मे स्थित कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के ढांचे में भगवान गणेश की मूर्ति अब साफ-साफ दिखाई देने लगी है। जिससे यह खुलासा हुआ है कि मूर्तियां सीधी लगी हुईं हैं।
मिली हुई जानकारी के अनुसार, यहां से लोहे का जाल हटा मस्जिद पर अब गणेश जी की मूर्ति साफ-साफ दिखाई देने लगी है, क्योंकि यहां पर लगा हुआ लोहे का जाल हटा दिया गया है। जिसके बाद से मस्जिद पर अब गणेश जी की मूर्ति दिखाई दे रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि कुतुबमीनार परिसर में कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद के पीछे के भाग में लगी मूर्ति को कुछ वर्षों पहले लोहे के डबल जाल में ढंक दिया गया था, मगर अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने लोहे के दोनों जाल हटा दिए हैं। लेकिन अब मूर्ति की सफाई कर इसे बुलेट प्रूफ ग्लास के जाल से ढंग दिया है, जिससे अब मूर्ति साफ दिखाई दे रही है।
हालाकि एएसआइ ने पर्यटकों को मूर्ति नजदीक से देखने या पूजापाठ की इजाजत नहीं दी है। इसलिए मूर्ति दूर से भी साफ नजर आती थी। कुछ लोगो का ऐसा माना है कि एक हजार साल पहले कुतुबुद्दीन ऐबक ने 27 हिन्दू व जैन मंदिरों को तोड़कर इस मस्जिद को बनाया था।