अब से दिल्ली एम्स कॉरपोरेट शैली में करेगा काम,निदेशक के साथ सीईओ भी जुड़ा

जो लोग दिल्ली के एम्स में अपना ईलाज कराते हैं,ये खबर उनके बड़े ही काम की है। अब से देश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान दिल्ली एम्स कॉरपोरेट शैली में कार्य करेगा। क्योंकि सरकार ने एम्स निदेशक पद के साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद को भी जोड़ दिया है, जिसके बाद निदेशक पद की निर्णायक क्षमता भी बढ़ गई है।

मिली हुई जानकारी के अनुसार, अभी हाल ही में सरकार ने हैदराबाद स्थित ईएसआई अस्पताल के प्रमुख डॉ. एम श्रीनिवास को एम्स का निदेशक और सीईओ नियुक्त किया। बता दें कि सरकार ने अभी कुछ समय पहले रेलवे के चेयरमेन पद को भी इसी तरह सीईओ के साथ जोड़ा था।

सूत्रों के मुताबिक़ दोनों निर्णय का उद्देश्य अलग अलग है। क्योंकि महामारी के चलते स्वास्थ्य की भूमिका पहले से अधिक बढ़ी है।इसी लिए एम्स में चिकित्सा सेवा, प्रशासनिक कार्य और नई योजनाओं पर स्वतः निर्णय लेने के लिए निदेशक को अधिकार दिए गए हैं।

वहीं एम्स के एक अधिकारी ने साफ तौर पर कहा कि, ‘इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि एम्स का निजीकरण किया जा रहा है। यह सिर्फ कार्यशैली से जुड़ा मामला है जिसका लाभ आम जनता को मिलेगा और संस्थान का विकास भी तेजी से होगा।

इसी के साथ उन्होंने बताया कि भविष्य में देश भर के एम्स एक साथ आ सकते हैं। इन सभी को दिल्ली एम्स के साथ जोड़ा जाएगा और सभी निदेशक को मिलाकर एक बोर्ड भी बनाया जा सकता है। फिलहाल यह प्रस्ताव अभी सिर्फ चर्चाओं में है।

वर्तमान में दिल्ली एम्स का विस्तार करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि यहां के सभी परिसर को मिलाकर एक विश्वविद्यालय में तब्दील किया जा रहा है।

जिसमें फिलहाल एक से दो साल की अवधि लग सकती है। सूत्रों के अनुसार चर्चा यह भी है कि विश्वविद्यालय बनने के बाद सभी एम्स उसके साथ जुड़ जाएंगे और यह देश का सबसे बड़ा संस्थान भी बनेगा।