मिट्टी में मिल जाएगी दिल्ली के कनॉट प्लेस जैसी ये जगह, यहां जाने क्या हैं पूरा मामला

दिल्ली में बहुत सी फेमस मार्किट है, उन्हीं में से एक है कनॉट प्लेस की मार्केट। वहीं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी इसी कनॉट प्लेस मार्केट की तर्ज पर एक ऐसी ही मार्केट बनवाई गई थी। बता दें कि मार्केट की बिल्डिंग को साल 1930 में बनवाया गया था।

इस बिल्डिंग का निर्माण ब्रिटिश काल में देहरादून के नामी-गिरामी धनी और बैंकर्स रहे सेठ मनसाराम ने कराया था। बता दें कि इस कनॉट प्लेस की बिल्डिंग के अलावा भी उन्होंने देहरादून में कई इमारतों का निर्माण करवाया था।
सेठ मनसाराम ने दिल्ली में स्थित कनॉट प्लेस की बिल्डिंगों की डिजायन से प्रभावित होकर इस इमारत को तैयार किया था।

जिसे बनवाने के लिए सेठ मनसाराम ने बॉम्बे से आर्किटेक को बुलाया था, और इसके निर्माण के लिए सेठ मनसाराम ने भारत इन्स्योरेन्स कंपनी से एक लाख 25 हजार रूपये लोन भी लिया था।जानकारी के लिए बता दें कि 1930 से 40 के दशक में देहरादून की ये पहली इमारत थी, जिसको तीन मंजिला तैयार किया गया था।

40 के दशक में तैयार हुई इस इमारत में 150 से अधिक भवन और 70 से ज्यादा दुकाने बनाई गई थीं।
जानकारी के मुताबिक़ इसे पकिस्तान से आने वाले लोगों के लिए बनाया गया था, ताकि वे यहां आकर व्यापार कर सकें।

इस इमारत को सेठ मनसाराम ने देहरादून में एक व्यापारिक और व्यवसायिक केंद्र बनाने की मंशा से तैयार किया था, लेकिन बिल्डिंग तैयार होने के बाद सेठ मनसाराम भारत इन्स्योरेन्स का 1 लाख 25 हजार का लोन वापस नहीं कर पाए और वे बैंक करप्ट हो गये।

जिसके बाद भारत इन्स्योरेंश कम्पनी ने उनकी कई सम्पति को अपने कब्जे में ले लिया था, जिसमे देहरादून का कनॉट प्लेस भी शामिल है,जो बाद में LIC के पास चला गया। और तब से अब तक इमारत में रहने वाले लोगों और LIC के बीच लड़ाई चल रही है।

वहीं 14 सितम्बर को इस बिल्डिंग को खाली करवाने के साथ ही इसे जमींदोज करने की करवाई भी शुरू होगी। 82 सालों से देहरादून की पहचान रहें कनॉट प्लेस की मार्केट अब मिट्टी में मिला दी जाएगी।