देश की ताजनगरी आईटीओ से आश्रम या महारानी बाग की तरफ़ जाने वाले चालकों को अप्रैल माह से सराय काले खां फ्लाईओवर के नीचे रेड लाइट सिग्नल पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अप्रैल के अंत तक नए फ्लाईओवर से आईटीओ से आश्रम तक ट्रैफिक की आवाजाही शुरू हो जाएगी। दरअसल, तीन लेन चौड़े और 600 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर का करीब 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। शेष 40 प्रतिशत कार्य को एक से डेढ़ माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अब लाल बत्ती पर नहीं रुकना पड़ेगा
लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के मुताबिक, सराय काले खां बस स्टैंड के करीब टी-जंक्शन पर तीन लेन चौड़ा एकतरफा फ्लाईओवर है। आश्रम से आईटीओ जाने वाले लोग इस फ्लाईओवर से जा सकते हैं, परंतु आईटीओ से आश्रम या महारानी बाग जाने वालों को फ्लाईओवर के नीचे लाल बत्ती पर रुकना पड़ता है। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, सराय काले खां बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन इस टी-जंक्शन के आसपास हैं, जिसके कारण यह पहले से ही बहुत भीड़भाड़ वाला है।
RRTS बनने के बाद और भिड़ बढ़ेगी
आपको बताते चले कि आरआरटीएस (RRTS) स्टेशन बनने के बाद भीड़ और बढ़ जाएगी। फिर, यह लाल बत्ती सिग्नल जाम की गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। भविष्य में जाम की आशंका को देखते हुए टी-जंक्शन पर सराय काले खां फ्लाईओवर के समानांतर 600 मीटर लंबा नया फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। दोनों फ्लाईओवर को मिलाकर 6 लेन की चौड़ाई हो जाएगी और जाम की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
निर्माण कार्य 9 महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक नए फ्लाईओवर का 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। शेष काम भी डेढ़ महीने में पूरा कर लिया जाएगा। अप्रैल के अंत में इस फ्लाईओवर से यातायात संचालन शुरू करने की योजना है। ट्रैफिक संचालन के बाद फ्लाईओवर के निचले हिस्से का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। फ्लाईओवर के नीचे से आईटीओ और आश्रम से आने वाले ट्रैफिक के लिए सरफेस लेवल पर दो यू-टर्न भी बनाए जाएंगे। फ्लाईओवर का काम पिछले साल जुलाई में 12 महीने की समय सीमा के साथ शुरू हुआ था।