पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का 5 फरवरी 2023 रविवार को निधन हो गया। ब्रिटिश राज में दिल्ली में जन्मे परवेज मुशर्रफ की पुस्तैनी हवेली आज भी दिल्ली में स्थित हैं। वहीं उनका बचपन भी दिल्ली की गलियों में बीता था। सबसे ज्यादा खास बात तो यह पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ वर्ष 2001 में दिल्ली में आए थे। वह अपना घर और हवेली देख कर भावुक हो गए थे। काफी समय तक जहां उनका बचपन बीता था उन जगहों को निहारते रहे थे। इसी दौरान हवेली में रहने वाले अपने बुजुर्ग और करीबियों से पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति ने आगे बढ़कर बातचीत की और उन्हें गले भी लगाया था।
3 भाई है
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक 11 अगस्त 1943 में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का जन्म नई दिल्ली के दरियागंज इलाके में हुआ था। पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के घर को ‘नहर वाली हवेली’ कहा जाता था, जिसका शाब्दिक अर्थ है- नहर किनारे का घर. उनके पिता का नाम सैयद मुशर्रफुद्दीन और मां का नाम बेगम जरीन था।
दरियागंज में स्थित है हवेली
बता दे, परवेज मुशर्रफ तीन भाई थे, जिसमे वह दूसरे नंबर के भाई थे। परवेज के सबसे बड़े भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ एक अर्थशास्त्री हैं जो की रोम में रहते हैं। वहीं, छोटे भाई डॉ. नावेद मुशर्रफ इलिनोइस अमेरिका में एनेस्थेसियोलॉजिस्ट हैं।
तख्तापलट कर बने राष्ट्रपति
आपको बताते चले वर्ष 1998 के अक्टूबर माह में मुशर्रफ को आर्मी जनरल का पद मिला और वह आर्मी चीफ बन गए। वर्ष 1999 मुशर्रफ ने बिना लड़ाई खून बहाए पाकिस्तान में तख्ता पलट कर नवाज शरीफ को हटाकर खुद गद्दी संभाल ली। 20 जून 2001 से लेकर 18 अगस्त 2008 तक वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। इससे पहले, 7 अगस्त 2008 के दिन पाकिस्तान की नई गठबंधन सरकार ने परवेज मुशर्रफ पर महाभियोग चलाने का फैसला किया और 65 वें जन्मदिन यानी 11 अगस्त 2008 के दिन संसद ने मुशर्रफ को राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए महाभियोग की कार्यवाही शुरू कर दी थी। इस स्थिति को देखते हुए 7 दिन बाद उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा।