राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अंदर दो साल से फाइलों में फंसे दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के महत्वाकांक्षी साइकिल वॉक ट्रैक के जमीन पर उतरने की संभावना बढ़ गई है। रिज प्रबंधन बोर्ड (RMB) ने पहले चरण में 36 किलोमीटर के साइकिल ट्रैक को मंजूरी दे दी है और परियोजना की फाइल सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (CEC) को भेज दी है।
201 किलोमीटर लंबा डेडिकेटेड साइकिल वॉक ट्रैक होगा तैयार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रदूषण मुक्त यातायात के लिए डीडीए (DDA) ने दिल्ली में 201 किलोमीटर लंबा डेडिकेटेड साइकिल वॉक ट्रैक तैयार करने की योजना बनाई थी। इसे पांच चरणों में बांटा गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 6 जनवरी, 2021 को इसका शिलान्यास किया था। इसी परियोजना के पहले चरण को आरएमबी (RMB) और वन विभाग से एनओसी (NOC)मिल चुकी है। सीईसी की भी मंजूरी मिलते ही साइकिल वॉक ट्रैक का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
6 स्ट्रेच में बांटा गया था
बता दें कि आरएमबी (RMB) ने छह स्ट्रेच का व्यापक प्लान बनाने को कहा था। आरएमबी ने डीडीए को छह हिस्सों- संगम विहार, पुरातत्व पार्क, जैव विविधता पार्क, जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट, मंकी पार्क और एमबी रोड के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने के लिए कहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि इन भागों में वन क्षेत्र या रिज क्षेत्र की भूमि भी बीच में आ रही थी। जून 2022 में डीडीए ने यह प्लान आरएमबी को भेजा था। इस योजना के आधार पर, RMB ने अपनी हालिया बैठक में योजना को अपनी मंजूरी दे दी थी। इस परियोजना की विशेषताओं में साइकिल ट्रैक, पैदल यात्री ट्रैक, यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी ट्रैक के साथ-साथ मूल गंतव्य प्लाजा, इंटरमीडिएट स्टेशन, लैंड ब्रिज और अन्य सहायक विकास कार्य।
शर्तें रखी गई थी
बताते चले, पहले चरण के साइकिल वॉक ट्रैक को कुछ शर्तों के साथ सीईसी की मंजूरी के लिए भेजा गया है। पहली शर्त यह है कि वन संरक्षण कानून 1980 के तहत डीडीए को केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से मंजूरी लेनी होगी। दूसरी शर्त कुल लागत का पांच प्रतिशत आरएमबी कोष में देना है। तीसरी शर्त के मुताबिक असोला भाटी के इको सेंसिटिव जोन को ध्यान में रखते हुए नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्ड लाइफ से क्लीयरेंस लेना होगा।