Mumbai-Delhi Expressway: मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे को अब पीएम मोदी के इंतजार, इस महीने शुरू होने की संभावना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट यानी कि देश का सबसे लंबा मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे (Mumbai-Delhi Expressway) को अब सिर्फ पीएम मोदी की प्रतीक्षा है। इस कॉरिडोर का दिल्ली से दौसा तक 220 किलोमीटर का हिस्सा बनकर लगभग तैयार हो चुका हैं। इस कॉरिडोर की शुरुआत के लिए सड़क और परिवहन मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) को फाइल भेजी हुई है। PMO से मंजूरी मिल जाने के बाद इस कॉरिडोर को शुरू कर दिया जाएगा।

 

डेडलाइन बीत गई हैं

आपको बता दे कि इस प्रोजेक्ट के परिचालन की डेडलाइन बीत चुकी हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का प्रयास किया जा रहा है कि इस कॉरिडोर का दौसा तक का पार्ट इसी महीने जनवरी 2023 में शुरू करने को संभावना हैं। NHAI के अधिकारियों ने बताया कि इस कॉरिडोर का कार्य लगभग पूर्ण हो गया हैं। कॉरिडोर से कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे KMP से कनेक्टिविटी का काम चल रहा है। यह कनेक्टिविटी शुरू होते ही KMP का ट्रैफिक गुड़गांव शहर में ना जाकर इस कॉरिडोर के जरिए बाहर चला जाएगा।

 

220 किलोमीटर का सफर तय होगा 2 घंटे में

आपको बताते चले कि राजधानी दिल्ली से दौसा तक 220 किलोमीटर का सफर लोग अपनी गाड़ी से महज दो घंटे में पूरा कर पाएंगे। इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली से मुंबई तक के कॉरिडोर का पूरा कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। कॉरिडोर पर रेस्ट्रोरेंट, रेस्टरूम, शॉपिंग मॉल, होटल जैसी सुविधाओं को स्थापित करने का काम भी साथ-साथ किया जा रहा हैं। जब तक यह काम पूरा नहीं होता तब तक मोबाइल फ्यूल स्टेशनों से लोगों को फ्यूल मुहैया कराया जाएगा।

 

इन पांच राज्यों से गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कुल पांच राज्यों से होकर गुजरेगा। इनमें दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। यह एक्सप्रेस-वे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद और सूरत जैसे इकॉनमिक हब के लिए भी शानदार कनेक्टिविटी उपलब्ध करवाएगा। इससे बिजनेस कनेक्टिविटी बढ़ेगी और व्यापार को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा।