राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित वर्चुअल बुक फेयर (Virtual Book Fair) के उद्घाटन के दौरान गुरुवार को उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारा उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी किताबें उपलब्ध कराना है। मेगा बुक फेयर का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और बच्चे एक विशाल संग्रह से अपनी पसंद की अच्छी किताबें प्राप्त कर सकेंगे। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पुस्तक मेले का उद्घाटन किया।
बच्चों के सर्वांगीण विकास में किताबें अहम : शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया
अपनी बात जारी रखते हुए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आगे कहा,
“पुस्तक मेले के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिक्षा निदेशालय (DOE) के स्कूल अपने पुस्तकालयों के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का चयन कर सकेंगे। वे प्रकाशकों को ऑनलाइन ऑर्डर दे सकेंगे और किताबें स्कूलों तक पहुंच सकेंगी, जिससे समय की काफी बचत होगी और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी। मेले में 340 प्रकाशक भाग ले रहे हैं और इसमें आठ हजार पुस्तकें शामिल हैं। दिल्ली देश का पहला राज्य है, जहां सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक और बच्चे हर साल अपनी लाइब्रेरी के लिए अपनी पसंद की किताबों का चयन करते हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास में किताबें अहम भूमिका निभाती हैं।”
दिल्ली सरकार ने स्कूलों के पुस्तकालयों में महत्वपूर्ण बदलाव किए
इसके महत्व को समझते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछले छह-सात वर्षों में अपने स्कूलों के पुस्तकालयों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। छठे वर्चुअल मेगा बुक फेयर के उद्घाटन के अवसर पर शिक्षा सचिव अशोक कुमार, प्रधान शिक्षा सलाहकार शैलेंद्र शर्मा, निदेशक एससीईआरटी रजनीश कुमार सिंह, अपर शिक्षा निदेशक रीता शर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अनुसार पुस्तकालय की किताबें स्कूलों तक पहुंचे इसके लिए पुस्तक मेला आयोजित किया जाएगा। मेले में कुल 340 प्रकाशक भाग ले रहे हैं, जिसमें 8,000 पुस्तकें शामिल हैं।