राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के वायु गुणवत्ता एक बार खराब हो गई है। हवा की स्थिति प्रदूषित बनी हुई हैं। देश की ताजनगरी में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया हैं। इसको रोकने के लिए और वायु गुणवत्ता को अच्छा करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से सख्त कदम उठाए गए हैं।
12 जनवरी तक BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली सरकार ने राजधानी की सड़कों पर दौड़ने वाले BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों के चलने को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन मानको वाले पेट्रोल-डीजल वाहनों (Pertrol-Diesel Vehicles) के चलने पर तुरंत रूप से 12 जनवरी तक प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर दौड़ने वाले 5 लाख से अधिक वाहन प्रभावित होंगे। वहीं इन नियमों के उल्लंघन करने पर 20 हजार के चालान का भी प्रावधान हैं।
प्रदूषण में वृद्धि
आपको बताते चले कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का AQI हवा ना चलने से और तापमान में कमी से और बढ़ गया हैं। बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर रखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) से जुड़े इलाकों को अधिक सख्ती के साथ प्रदूषण रोकने के उपायों को लागू कर दिया हैं।
राजधानी में AQI का स्तर 418
वहीं दिल्ली सरकार के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर सोमवार से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। इसके लागू होने की मुख्य वजह यह है कि एक्यूआई (AQI) क्रिटिकल कैटेगरी में पहुंच गया है। दिल्ली के वायु गुणवत्ता स्तर (AQI) में सुधार के लिए परिवहन विभाग और पर्यावरण विभाग दोनों वर्तमान स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। कहा जा रहा है कि 12 जनवरी तक पाबंदियां लागू रहेंगी, लेकिन हालात सुधरे तो उससे पहले भी इसे हटाया जा सकता है। राजधानी का एक्यूआई स्तर 418 पर पहुंच गया है।