नोएडा फिल्म सिटी (Noida film City) से जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) तक पॉड टैक्सी (Pod Taxi) चलाने की योजना कई समय से मीटिंग्स में सीमित है। लेकिन आज इस योजना का फैसला सबके सामने जल्द आ जायेगा। सरकार आज यानी सोमवार को आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच पॉड टैक्सी चलाने पर फैसला लेगी। ये देश की पहली पॉड टैक्सी होगी। बता दें कि पॉड टैक्सी 4 से 6 सीटर ऑटोमैटिक व्हीकल है, जो बिना ड्राइवर और कंडक्टर के चलती है।
पॉड टैक्सी की जानकारी
पॉड टैक्सी को मेट्रो से ज्यादा किफायती माना जाता है, साथ ही दुर्घटना की संभावना भी न के बराबर होती है। प्रदूषण की दृष्टि से भी यह सही है, क्योंकि यह बैटरी से चलती है। यदि आज फैसला हरी झंडी के साथ आ जाता है तो कंपनी चुनने के लिए रिक्वेस्ट फोर प्रपोजल निकाला जाएगा। और उसके बाद पीपीपी मॉडल यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप परियोजना तैयार किया जायेगा।
करोड़ का है प्रोजेक्ट
फरवरी तक टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आपको बता दे इस परियोजना पर 641 करोड़ से अधिक खर्च हो सकते है वही प्रस्तावित कॉरिडोर की लंबाई करीब साढ़े 14 किलोमीटर होगी। जानकारी के लिए बता दे कि यमुना अथॉरिटी ने पॉड टैक्सी मॉडल की योजना बनाई है। और इसकी डीपीआर को केंद्र सरकार की कंपनी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड ने तैयार किया है।
कौन कौन सी कंपनियां है रेस में?
पहले स्टेज में इसे नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक ही बनाया जाएगा। यमुना अथॉरिटी ने औद्योगिक निवेश के लिए मेडिकल डिवाइस, फिल्म सिटी, टॉय पार्क, एमएसएमई, पतंजलि, हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, लेदर पार्क और सेक्टर-28 और 29 समेत कई सेक्टर तैयार किए हैं। इसमें तीन कंपनियों ने अपना उत्पादन कार्य शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कई कंपनियां फरवरी तक काम शुरू कर देंगी। जिसके लिए परिवहन के संसाधनों की आवश्यकता पड़ेगी।