कोरोना काल के दौरान लोगों में विकसित हुई हर्ड इम्युनिटी (Hard Immunity) कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 पर प्रभाव करती दिखाई पड़ रही हैं। अच्छी बात तो यह है कि दिल्ली-एनसीआर में शत प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीकाकरण हो चुका है। वहीं बड़ी संख्या में लोग बूस्टर डोज भी लगवा चुके हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह दावा किया है कि कोरोना का नए वैरिएंट ज्यादा प्रभाव नहीं करेगा। करीबन पांच दिन पहले देश में मिले ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट बीएफ.7 के मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (AIIMS) के वरिष्ठ महामारी विज्ञानी डॉ. संजय राय ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से कोरोना का वैरिएंट ऑमिक्रॉन लगातार रूप बदल रहा है, परंतु इसका प्रभावी रूप भारत में नहीं देखा गया है।
नया वेरिएंट ज्यादा प्रभावी नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में ज्यादातर लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं, जिससे उनमें हर्ड इम्युनिटी पैदा हो गई है, जो नए वैरिएंट से लड़ने में कारगर है। हालांकि, कोरोना के सभी वैरिएंट पर नजर रखना जरूरी है, उन्होंने यह भी कहा है कि फिलहाल हमें वायरस के कारण किसी गंभीर समस्या का सामना करने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। वहीं दूसरी तरफ़ जीटीबी (GTB) अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष गिरी ने बताया,
“हर्ड इम्युनिटी और टीकाकरण के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है। अस्पताल में बड़ी संख्या में मौसमी बीमारी के मरीज कोरोना के लक्षण लेकर पहुंच रहे हैं, उनका कोरोना टेस्ट भी किया जा रहा है, परंतु टेस्ट में बहुत कम संख्या में कोविड पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में कोरोना के नए वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। हम उम्मीद कर सकते हैं कि 15 जनवरी तक ये मामले तेजी से कम होने लगेंगे।”
दिल्ली-एनसीआर में शत प्रतिशत टीकाकरण किया गया
गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में शत प्रतिशत तक टीकाकरण हो चुका है। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों ने बूस्टर डोज भी लगवा ली हैं, परंतु उनकी संख्या ज्यादा नहीं है। कोविन (CoWin) एप के मुताबिक दिल्ली में अब तक 37363808 डोज दी जा चुकी हैं।