राजधानी में सर्दी का सितम सिर्फ लोग ही नहीं पशुओं के लिए भी परेशानी बन गया है। लगातर शीतलहर में वृद्धि को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली के चिड़ियाघर में शेर, बाघ, चीते, तेंदुए, भालू सहित सभी मांसाहारी और शाकाहारी जानवरों के बाड़े में करीब 80 हीटर लगाए गए हैं। वहीं मांसाहारी जानवरों की शीतलहर के चलते उनकी डाइट में बढ़ोतरी की गई है। इन मांसाहारी जानवरों के लिए पहले से अधिक 2 किलो मांस दिया जा रहा हैं। सभी जानवरों के बाड़े में गर्माहट के लिए जमीन पर पुआल बिछाई गई है। पक्षियों के बाड़े में टाट के पर्दे लगा दिए गए हैं। दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन ने बताया कि जानवरों और पक्षियों को सर्दी से बचाने के लिए इंतजाम कर दिए गए है। शेर, चीते, बिल्लियों और भालू के बाड़े में लकड़ी के फट्टे लगाए गए हैं। बाड़ों में लकड़ी का फर्श तैयार कर दिया गया है। इनके बाड़ों को गर्म रखने के लिए खास तरीके के हीटर लगाए गए है। जिसमें ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
पक्षियों के लिए लगाए गए टाट के पर्दे
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक पक्षियों को गर्मी देने के लिए उनके बाड़े में खास तरह के बल्ब भी लगा दिए गए हैं। वहीं इसके साथ ठंडी हवाओं से बचाने के लिए इनके बाड़ों में टाट के पर्दे भी लगाए गए हैं। वहीं सांपों को ठंडी से बचाने के लिए मटके का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनके लिए छेद वाले मटके बनाए गए है और गर्माहट के लिए खास तरह के बल्ब लगाए गए हैं।
मांसाहारी जानवरों की डाइट बढ़ाई
दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन ने बताया कि सर्दी के सितम को देखते हुए शेर, चीतों और बाघों की डाइट बढ़ा दी गई है। बाघ रोजाना करीबन 10 किलोग्राम मांस खाता है, परंतु सर्दियों में उसकी डाइट दो किलो तक बढ़ा दी गई हैं। इन्हें मुर्गे या बकरे का मांस दिया जाता हैं। इसके अलावा बंदरों, हाथी अन्य शाकाहारी जानवरों को सर्दी में गाजर, आंवला दिया जा रहा है। हिरणों के लिए हरे बाजरे की व्यवस्था की गई हैं।
चिंकारा परिवार में जल्द बढ़ेगा एक सदस्य
गौरतलब है कि दिल्ली के चिड़ियाघर में दुर्लभ प्रजाति के चिंकारा हिरण के परिवार में शुक्रवार तक एक ओर नए महमान के आने की पूरी तैयारी हैं। चिड़ियाघर में चिंकारा प्रजाति के दो नर, एक मादा और एक बच्चा ही है। एक और चिंकारा हिरण को रोहतक चिड़ियाघर से दिल्ली लाया जा रहा है।