Delhi News: दिल्ली के रोहिणी में पकड़े गए नकली नोट छापने वाले 2 आरोपी, अपने लिए छापते थे 50 का नोट 

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र के बुध विहार इलाके में रहने वाले दो युवक घर में मिंट चला रहे थे। वह अपने खर्चे के लिए घर पर ही 50 रुपये के नकली नोट बना रहे थे। यह दोनों ही युवक केशवपुरम में हत्या के प्रयास के आरोप में तिहाड़ में सजा काट रहे थे। वहां उसकी दोस्ती तिहाड़ जेल में पहले से बंद असलम से हुई और फिर दोनों ने उससे नकली नोट बनाने की तकनीक (Techonolgy) सीखी। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने घर पर ही प्रिंटर और नोट बनाने का इंतजाम कर इस फर्जी धंधे की शुरुआत की। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी 50 रुपए के नोट बनवाकर खुद पर ही खर्च किया करता था। इसकी जानकारी जिले के विशेष अमले को हुई और पुलिस टीम ने घर में छापा मारकर इसका पर्दाफाश किया। पुलिस ने इनके कब्जे से 1.13 लाख रुपये के नकली नोट और इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण वा मशीन बरामद किए हैं।

 

दोनों आरोपी यूपी हापुड़ निवासी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच में सामने आया है कि आरोपी एक साल से घर में नकली नोट बना रहे थे और अब तक आठ लाख रुपए के नकली नोट बना चुके हैं। इन दोनो आरोपियों की पहचान हापुड़ यूपी के निवासी समीर फैसल और हापुड़ यूपी के नई आबादी खाई निवासी सुमेर के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके कब्जे से एक प्रिंटर, कागज काटने की मशीन, स्याही की बोतलें, नकली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला A4 साइज का कागज और मार्कर पेन बरामद किया है।

 

पुलिस को मिली थी सूचना

गौरतलब है कि स्पेशल स्टाफ को 14 दिसंबर 2022 को बुध विहार इलाके में नकली नोट बनाए जाने की सूचना मिली थी। एसीपी ईश्वर सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम ने सूचना की सत्यता की जांच की, उसके बाद पुलिस ने रोहिणी के बुध विहार फेज-2 स्थित एक घर में छापेमारी की। पुलिस टीम को देख दोनों आरोपित भागने लगे, परंतु पुलिस टीम ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने घर से 1.13 लाख रुपये के नकली नोट और इसे तैयार करने में प्रयुक्त प्रिंटर समेत अन्य सामान बरामद किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मार्च 2021 में वह केशवपुरम इलाके में हत्या के प्रयास के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद था। जहां उसकी दोस्ती असलम से हुई जो पहले से जेल में बंद था।