राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनावों के लिए मतदान 4 दिसंबर 2022 को हुआ था। वहीं 7 दिसंबर 2022 बुधवार को मतगणना की प्रक्रिया पूरी हो गई है। शुरुआती रूझानों में कभी बीजेपी (BJP) तो कभी आम आदमी पार्टी (AAP) आगे चल रही थी। इस बार मैदान में कुल 1,349 उम्मीदवार थे। दिल्ली नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बाजी मार ली है।आम आदमी पार्टी (AAP) ने बहुमत हासिल कर लिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने 134 सीटें जीतकर बहुमत पाकर यह चुनाव भी जीत लिया है।, परंतु आप के लिए एमसीडी चलाना आसान नहीं होगा। दरअसल, एमसीडी की जितनी आमदनी है उससे कई ज्यादा तो उसके खर्चे हैं। नए विकास कार्यों के लिए एमसीडी के पास पैसे नहीं है इसलिए अभी 4 वर्षो में कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आया है। एमसीडी की सालाना आमदनी करीब 4800 करोड़ रुपये है। इसमें 2800 करोड़ की आय एमसीडी को अपने इंटरनल स्रोतों से होती है जिसमें प्रॉपर्टी टैक्स, विज्ञापन, पार्किंग शुल्क, टोल टैक्स व अन्य तरह की आमदनी है।
इन 2 कार्यों पर सालाना 400 करोड़ रुपए खर्च होते है
दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 सभी जोनों को मिलाकर करीब 2.2 लाख स्ट्रीट लाइट्स हैं। इन 2.2 लाख स्ट्रीट लाइटों के प्रतिवर्ष बिजली बिल का भुगतान करीबन 100 करोड़ रुपये आता है। वहीं सफाई व्यवस्था पर सालाना लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च आता है। इन दोनों विषयों पर ही 400 करोड़ रुपये प्रति वर्ष दिल्ली नगर निगम (MCD) को खर्च करने पड़ते हैं। इन दोनों विषयों पर पैसे खर्च तो होते है परंतु आमदनी शून्य है। ऐसे में इन दोनों व्यव्स्थाओं को ठीक करना भी सत्ता संभालने वाली पार्टी के लिए बेहद मुश्किल होगा।
इस साल अभी तक आय
प्रॉपर्टी टैक्स से 1412 करोड़
विज्ञापन से 132.11 करोड़
पार्किंग चार्ज से 112.9 करोड़
कंवर्जन चार्ज से 323.18 करोड़
टोल टैक्स से 514.19 करोड़
कुल आय 2494.38 करोड़ रूपये
इस साल अभी तक खर्च
वेतन और पेंशन पर 8525 करोड़
स्ट्रीट लाइट्स पर 93 करोड़
सफाई व्यवस्था पर 275 करोड़
कुल खर्च 8893 करोड़ रुपये
हर महीने एमसीडी (MCD) का खर्च
वेतन और पेंशन : 775 करोड़
स्ट्रीट लाइट मेंटिनेंस : 38.95 करोड़
गाड़ियों के ईंधन पर : 3.08 करोड़
सफाई व्यवस्था पर : 2 करोड़
हॉस्पिटल पर खर्च : 7.06 करोड़
कूड़े के ट्रांसपोर्टेशन पर : 63 करोड़