राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी बहुत सारे विवादों में फंसे हुए हैं। चाहे वो फिर मनी लांड्रिंग मामला हो या फिर नई शराब नीति मामला इन सभी मामले में सीबीआई ने आम आदमी पार्टी को घेरा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एलजी विनय कुमार सक्सेना के बीच अक्सर किसी मुद्दे पर बहस बनी रहती है। कभी एलजी विनय कुमार सीएम अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते है तो कभी सीएम केजरीवाल उन पर तंज कसते हैं। इसी क्रम में एक बार फिर दोनों के बीच धन को लेकर विवाद बन गया है। उपराज्यपाल की और से सीएम अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार ने योजना राशि से ज़्यादा ख़र्च उसके प्रचार पर किया है। एलजी के कार्यालय के अनुसार बताया गया,”सरकार की बहुप्रचारित ‘बिजनेस ब्लास्टर’ योजना के तहत लाभार्थियों को 30 करोड़ रुपए का लाभ मिलना था, लेकिन इस योजना के विज्ञापन पर 52 करोड़ खर्च किए गए है।”
योजना के लिए दिए थे 60 करोड़ रूपए
प्राप्त जानकारियों के अनुसार एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट करिकुलम पर केजरीवाल सरकार की एक आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना के तहत छात्रों के बीच उद्यमशीलता (Entrepreneurship) को बढ़ावा देने के क्लास 9वीं से 12वीं के लिए शुरू किया गया था। जहां हर छात्र को 2000 रुपए दिए जाते हैं। इस आंतरिक रिपोर्ट से यह भी पता चला कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
52.52 करोड़ रूपए विज्ञापन खर्च
इस आंतरिक रिपोर्ट में यह भी बाहर आया कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपये खर्च किए। प्राप्त सूत्रों से पता चला है, कि नवंबर 2021 से जनवरी 2022 तक केवल दो महीनों के दौरान अलग-अलग टीवी चैनलों पर आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा केवल 24 टीमों वाले 8 एपिसोड के प्रसारण पर कुल 28,79,20,000 रुपये (करीब 29 करोड़) खर्च किए गए। वहीं रिपोर्ट यह भी बताती है कि डीआईपी (DIP) ने प्रिंट मीडिया, टीवीसी प्रोमो, रेडियो, आउटडोर और डिजिटल चैनलों पर 23,73,04,357.56 रुपये (करीब 24 करोड़) से अधिक की रकम खर्च की हैं।