दिल्ली के चांदनी चौक बाजार को चकाचौंध बनाने का प्रयास कई वर्षो सें किया जा रहा है लेकिन कोई न कोई समस्या बीच में अड़चन डाल देती है। अगर अड़चने दूर हुई तो चांदनी चौक का कपड़ा को कपड़े की राजधानी सूरत के कपड़े बाजार जैसा ही डिजाइन किया जाएगा। चांदनी चौक के 150 वर्षो पुराने गलियों में छोटे बाजार की जगह बड़े बड़े मंजिलों का बाजार बनाया जायेगा। हर बाजारों की खुद की पार्किंग व्यवस्था के साथ ही गोदाम, मनोरंजन व कैफेटेरिया के साथ एक्सलेटर व लिफ्ट की सुविधा होगी।
चांदनी चौक के विनिर्माण के लिए गंभीर उपराज्यपाल
चांदनी चौक के विनिर्माण के लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस संदर्भ में यहां के कारोबारी संगठनों को आपसी साझेदारी के साथ विस्तृत योजना तैयार करने को कहा है। साथ ही इस मामले में दिल्ली सरकार से संबंधित विभागों से मदद करने को लेकर आश्वस्त किया है। चांदनी चौक न केवल दिल्ली में बल्कि विश्वभर में खासकर उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है।
क्यों है लोकप्रिय?
चांदनी चौक की बसावट तकरीबन 150 साल पहले मुगलकाल में हुए थीं। यहां के कपड़ा कारोबारियों का प्रमुख संगठन दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन (डीएचएमए) ही 129 साल पुरानी है। चांदनी चौक की लोकप्रियता का पता इससे पता चलता है की यहां 64 बाजार हैं, जिनमें करीब 27 हजार कारोबारी प्रतिष्ठान हैं और तकरीबन 50 हजार लोग इनसे जुड़े हुए हैं। इस बाजार का सालाना कारोबार करीब 15 हजार करोड़ रुपये का है।
क्या है अड़चने?
गली घंटे वाली, कटरा शहंशाही, मोती बाजार, कटरा नवाब, कटरा नया, कटरा चौबान, कटरा मोहन, कटरा अशर्फी, कटरा हरदयाल समेत अन्य कूचों कटरों व संकरी गलियों में सैकड़ों वर्ष पुरानी इमारतों में ये बाजार बसे हुए हैं। चांदनी चौक पहले आवास दुकान दोनों थे पर समय के साथ ये व्यावसायिक होते गए। अग्नि घटना होने पर अग्निशमन सेवा के वाहनों के पहुंचने में घंटों लग जाते हैं। इसी तरह लटकते तार, सीवर जाम, अतिक्रमण, जाम, पार्किंग जैसी कई समस्याएं हैं।
2041 तक बनेगा नया चांदनी चौक बाजार
चांदनी चौक के सुधार को लेकर उपराज्यपाल गंभीर है। उन्होंने डीएचएमए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में सूरत की तर्ज पर चांदनी चौक के विकास का मसौदा रखा है। वर्ष 2018 में शुरू हुए विकास कार्य के तहत लाल जैन मंदिर से फतेहपुरी मस्जिद तक 1.3 किमी सड़क व फुटपाथ को लाल पत्थरों से बनाया गया है। नए बाजारों के निर्माण का प्रस्ताव मौजूदा परियोजना में नहीं है। नए मास्टर प्लान-2041 में चांदनी चौक के बाजारों के विकास की योजना रखी जाएगी।