एमसीडी चुनावों का शंखनाद बजा हुआ है। सारी पार्टी अपने अपने चुनाव प्रचार में लगी हुई है। वार्डों के परिसीमन को एक करने के बाद 250 वार्ड्स हो गए है। सभी पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी हैं। इस बार एमसीडी (MCD) के 250 वॉर्डों पर तीन प्रमुख पार्टियों के 750 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। इनमें सबसे ज्यादा महिला उम्मीदवार हैं। इन मुख्य तीन पार्टी, भाजपा, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस के 750 उम्मीदवारों में करीब 55 प्रतिशत महिला उम्मीदवार हैं। वही अगर हम इसमें निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के महिला उम्मीदवारों को भी इसमें एकत्रित कर ले, तो इनकी संख्या करीब 60 प्रतिशत पहुंच जाएगी। महिला उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा टिकट देना वाली पार्टी बीजेपी (BJP) पार्टी ने 138 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है।
इस बार मैदान में उतरेगी 60 प्रतिशत महिला उम्मीदवार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने जो रिपोर्ट तैयार करके दी हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार चुनाव में (दो हजार पच्चीस, 2025) से अधिक उम्मीदवार मैदान में उतरे हुए है और 19 नवंबर 2022 को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है।19 नवंबर 2022 तक उम्मीदवारों की संख्या में कमी आकी जा सकती है। ऐसा इसलिए कि निर्दलीय व क्षेत्रीय पार्टियों के कई उम्मीदवार स्वयं अपनी इच्छा से नाम वापसी के सकते हैं। लेकिन, अभी तक जितने लोगों ने नामांकन किया है, उनमें महिला उम्मीदवारों की संख्या अधिक है। दिल्ली के तीन प्रमुख दलों, निर्दलीय व क्षेत्रीय दलों को मिलाकर करीब 60 प्रतिशत महिला उम्मीदवार मैदान में है। बीजेपी (BJP), आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के 750 उम्मीदवारों में करीब 55 प्रतिशत महिलाएं उम्मीदवार है।
750 में से 406 सिर्फ महिला उम्मीदवार
एमसीडी (MCD) चुनाव में इस बार तीनों प्रमुख पार्टियों ने जिसमें से बीजेपी ने 250 सीटों में से 138 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। वहीं दूसरी तरफ़ आम आदमी पार्टी ने 250 में 135 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने भी 133 महिलाओं को टिकट दिया है। इसका अर्थ यह है कि इन 3 पार्टियों ने 750 उम्मीदवारों ने कुल 406 महिला इस बार मैदान में उतरी है।