राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली संवाद एवं विकास आयोग के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह को उनके पद से बर्खास्त कर दिया है। उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह को अपने पद का दुरुपयोग करने के आरोप में हटाया है, क्योंकि उन्होंने राजनैतिक उद्देश्य पूरा करने के लिए इसका गलत इस्तेमाल किया है। उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने इस विषय में राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी भी लिखी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्राप्त होने वाली सारी सुविधाओं तथा सेवाओं को रोकने के लिए उस चिट्ठी में लिखा है। वहीं उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने जैस्मीन शाह के दफ्तर में ताला लगाने और बंद करने के आदेश दे दिए है।
उपराज्यपाल ने किया बर्खास्त
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार को आदेश दिया है कि जैस्मीन शाह की सरकारी गाड़ी और स्टॉप को वापस बुलाया जाए। उपराज्यपाल के दफ्तर से आदेश मिलने के बाद सिविल लाइन्स के एसडीएम (SDM) ने 17 नवंबर 2022 गुरुवार की रात को डीडीसी (DDC) कार्यालय में ताला लगा दिया और उसे सील कर दिया। जानकारी के लिए बता दे, जैस्मीन शाह को आज से 4 साल पहले ही दिल्ली संवाद एवम विकास आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की कैबिनेट ने इनके नाम को पारित किया था। जैस्मीन शाह पर अरविंद केजरीवाल सरकार के थिंक टैंक के रूप में कार्य करने का आरोप लगाया गया था।
बीजेपी ने भी की थी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी ने उपराज्यपाल से शिकायत की थी कि जैस्मीन शाह सरकारी पद पर होने के बावजूद भी टीवी चैनलों को डिबेट का हिस्सा बना करते थे और आम जनता पार्टी का पक्ष रखते थे। जिसके बाद उपराज्यपाल दफ्तर ने उन्हें चेतावनी भी दी परंतु वह नहीं माने।