अगले साल से ट्रैक पर दौड़ेगी देश की सबसे फास्ट ट्रेन, पीएम मोदी ने जताई खुशी

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी और ड्रीम परियोजना दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस (Regional Rapid Transist System) रैपिड ट्रेन परियोजना जिसके ट्रेल अगस्त से किए जा रहे है, पर इस 17 किलोमीटर लंबे दुहाई-साहिबाबाद और मेरठ तक के संचालन के लिए मेन लाइन पर ट्रायल दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगा। साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर रैपिड रेल का परिचालन मार्च-2023 में शुरू हो जाएगा। 11 नवंबर 2022 शुक्रवार को नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (NCRTC) के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने अपने बयान में दावा किया, “दिसंबर 2023 तक दुहाई से मेरठ दक्षिण के बीच रैपिड रेल दौड़ने लगेगी। साफ है कि अगले 14 महीने में मेरठ तक रैपिड रेल पहुंच जाएगी।”

 

परियोजना के अंतिम चरण को दिया जा रहा है फाइनल टच

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रैपिड रेल परियोजना के अंतर्गत मेरठ में रुड़की रोड, मोदीपुरम तक बहुत तेजी से कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना को वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एनसीआरटीसी (NCRTC) के द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार 112 दिनों में साहिबाबाद से दुहाई 17 किमी ट्रैक पर हाईस्पीड रैपिड रेल चलना शुरू हो जाएगी। इस परियोजना में रैपिड ट्रैक, सिग्नलिंग सिस्टम, विद्युतीकरण, स्टेशन निर्माण आदि को अंतिम टच दिया जा रहा है। उसके बाद ही रैपिड रेल की दो ट्रेनों के सेट का ट्रायल किया जाएगा। अगर ट्रायल में कोई भी कमी सामने आती है तो उसे तुरंत प्रभावी रूप से ठीक किया जाएगा।

 

दिल्ली से मेरठ तक का सफर सिर्फ 50 मिनट में पूरा होगा

गौरतलब है कि इस रैपिड रेल परियोजना में दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर के रूट पर ट्रेन दौड़ेगी। इस रैपिड रेल परियोजना के माध्यम से दिल्ली से मेरठ के बीच का सफर सिर्फ 50 मिनट में पूरा किया जा सकेगा । वहीं सरकार द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि रोजाना करीबन 8 लाख से अधिक यात्री इस रैपिड रेल परियोजना का फायदा उठा सकेंगे। इस ट्रेन को अत्य आधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा और उनका आरामदायक सफ़र पहली प्राथमिकता हैं।