दिल्ली MCD चुनावों का सबसे बड़ा मुद्दा क्या? “प्रदूषण या भ्रष्टाचार” , किसकी होगी जीत किसकी होगी हार

देश की राजधानी दिल्ली में नगर निगम (MCD) के एकीकरण के बाद वार्डों के परिसीमन की प्रकिया और आरक्षित करने का कार्य भी पूरा हो चुका है। वहीं कल 4 नवंबर 2022 को दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने एमसीडी (MCD) इलेक्शन के साल 2017 में अपनी किस्मत आजमा चुके 318 नेताओं को अयोग्य ठहराकर उनके चुनाव लडने पर 6 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया हैं। इसी के साथ दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनावी शंखनाद के बाद तीनों प्रमुख दल बीजेपी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों को चुनावों में उतारने वाले के लिए तलाश जारी कर दी है।

 

MCD चुनाव के मुद्दे क्या है?

नगर निगम चुनाव होने से पहले दिल्ली की जनता का रुख जानने के लिए एबीपी-सी वोटर ने एक ओपिनियन पोल करवाया। इस सर्वे में सवाल किया गया कि MCD चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? सर्वे में 24 प्रतिशत लोगों ने महंगाई को बड़ा मुद्दा बताया, 23 प्रतिशत लोगों ने प्रदूषण को बड़ा मुद्दा बताया, वहीं 20 प्रतिशत लोगों ने सफाई को बड़ा मुद्दा बताया है। वहीं MCD चुनावों में जनता के लिए सबसे बड़े मुद्दे बिजली-पानी -13%, प्रदूषण-23%, सफाई-20%, भ्रष्टाचार- 13%, महंगाई- 24%, सुरक्षा- 7% हैं। सर्वे के मुताबिक आम आदमी पार्टी का पलड़ा भारी है और बीजेपी के लिए संकेत अच्छे नहीं हैं।

 

वार्डों का किया गया एकीकरण और परिसीमन

दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने रिटर्निंग ऑफिसर भी नियुक्त कर दिए हैं। उन्होंने वार्ड (ward) स्तर पर मतदान केंद्र (polling booth) बनाकर उन पर राजनीतिक पार्टियों तक तथा आम जनता से विचार विमर्श किया और सुझाव भी लिए है,वहीं राज्य चुनाव आयोग ने ईवीएम (EVM) को पहले ही लगा दिया था। गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में दिल्ली के 250 वार्डों पर चुनाव होगा। इससे पहले दिल्ली नगर निगम तीन भागों में विभाजित था और कुल 272 वार्ड थे। हालांकि नए परिसीमन करने के बाद वार्डों की संख्या घटाकर 272 से 250 कर दी गई है।