तैमूर लंग वह शासक जिसने 15 दिनो तक दिल्ली में की थी भारी लूटपाट और बना दी थी कटें सिरों की मिनारे

देश की राजधानी दिल्ली अपने इतिहास और खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, ना जाने कितनी सल्तनत को इस दिल्ली शहर ने उजड़ते और बस्ते हुए देखा है। कुतुब मीनार, लाल किला आदि इतनी ऐतिहासिक और खूबसूरत विरासतों से दिल्ली भरा हुआ है। वर्तमान में दुनिया में लोकतांत्रिक है, कुछ देशों को छोड़कर परंतु एक समय ऐसा भी था जब केवल राजतंत्र व्यवस्था थी। जहां राजा हुआ करते थे अपने साम्राज्य का विस्तार और सुर्वोपरी रखने के लिए राजा कुछ भी कर थे। कुछ राजाओं ने अपने शासन काल में अपने साम्राज्य में शांति स्थापित की तो वहीं कुछ राजाओं ने क्रूरता की सारे हदें पार कर दी थी।आज हम आपको ऐसे ही एक क्रूर शासक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शासक नहीं बल्कि उसे इंसानियत का दुश्मन ही नही परंतु हैवान माना जाता हैं।

 

क्रूर शासक तैमूर लंग

दरअसल यहां बात की जा रही है चौदहवीं शताब्दी के सबसे क्रूर शासक तैमूर लंग के बारे में। 1369 ई. में समरकंद के अमीर व्यक्ति के रूप में अपने पिता के सिंहासन पर बैठने के बाद तैमूर दुनिया में विश्व विजय अभियान के लिए निकल पड़ा। दुनिया के कई देशों के विजय प्राप्त करते हुए 1398 ई. में तैमूर ने भारत पर आक्रमण किया और भारत की राजधानी दिल्ली तक आ गया। इतिहास के तथ्यों की माने तो तो वह दिल्ली में केवल 15 दिनों तक रुका था परंतु उसके सैनिकों के साथ जो तबाही मचाई थी उसे बयां कर पाना बेहद मुश्किल है। उसने 15 दिनों तक जमकर लूटपाट की और सारा माल लेकर अपने मुल्क वापस लौट गया।

 

तैमूर लंग के बारे में इतिहासकारों का अलग-अलग मत

तैमूर लंग को लेकर प्राचीन इतिहासकारों का अलग-अलग मत है। सीरियाई इतिहासकार इब्ने अरब शाह का कहना है कि एक भेड़ चराने वाले चरवाहे ने भेड़ चुराते हुए तैमूर को अपने तीर से घायल कर दिया था। चरवाहे का एक तीर तैमूर के कंधे पर लगा था और दूसरा तीर कूल्हे पर।