पूर्व की तेज़ हवाओं के चलते दिल्ली-एनसीआर की हवा में सुधार , देखिए AQI इंडेक्स

दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की हालत दिन प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है, परंतु आज दिल्लीवासियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। 8 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही दक्षिणी-पूर्वी हवाओं ने राजधानी को प्रदूषण से मामूली राहत दिलाई है। जिसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR) में लगातार दूसरे दिन वायु प्रदूषण में सुधार देखने को मिल रहा है। दिल्ली में कई दिनों से प्रदूषण इमरजेंसी लागू थी, परंतु अब वह इस स्थिति से बाहर आ गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रदूषण में लापरवाही जानलेवा सिद्ध हो सकती है। दिल्ली की हवा में इतना जहर घुला हुआ है कि वह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। इसलिए अभी मास्क पहने, हल्के योग तथा व्यायाम करे और अच्छा खान पान जारी रखे।

 

दिल्ली का एक्यूआई (AQI) इंडेक्स 400 के नीचे

4 नवंबर 2022 शुक्रवार की रात से ही तेज़ हवाओं के चलते प्रदूषण का स्तर कम होने लगा था। 6 नवंबर को दिल्ली का एक्यूआई (AQI) इंडेक्स 400 के नीचे पहुंच गया थी। सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई (AQI) 381 रहा। वहीं बहादुरगढ़ का एक्यूआई (AQI) 388, बल्लभगढ़ का 381, भिवाड़ी का 351, भिवानी का 354, चरखी दादरी का 401, धारूहेड़ा का 408, फरीदाबाद का 334, गाजियाबाद का 322, ग्रेटर नोएडा का 312, गुरुग्राम का 357, नोएडा का 357 और मानेसर का 295 रहा।

 

NCR की हवा अभी भी गंदी

आज अक्षरधाम थोड़ा बहुत दिखाई पड़ रहा है। वरना इससे पहले तो दिल्ली गैस चैंबर बन हुआ था। हवा इस कदर से खराब थी यह जानलेवा बन गई थी। एनसीआर (NCR) की बात की जाए तो नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा की हालत अभी भी बहुत खस्ता हैं।वहीं देश का सबसे प्रदूषित शहर हरियाणा का धारूहेड़ा रहा। जहां एक्यूआई (AQI) 345 दर्ज किया गया हैं। गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा की बहुत गंदी से गंदी की अवस्था में आ चुकी है। वहीं दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR के स्कूलों को खोलने पर आज सरकार द्वारा फैसला लिया जा सकता हैं।