लोगों की यात्रा को और सुविधाजनक और आसान बनाने के लिए सरकार दिल्ली से मेरठ जाने वाले रैपिड रेल को शुरू करेगी। यह रैपिड रेल लोगों को सिर्फ 60 मिनटों में दिल्ली से मेरठ पहुंचा देगी। इसके साथ ही मेरठ जाने वाली ये रेल एनसीआर के जिले गाजियाबाद से होते हुए जाएगी।
इसी बीच रैपिड रेल से जुड़ी एक खबर सामने आ रही है।खबर के मुताबिक स्टेशन पर ऑटोमेटिक डोर लगाने की तारीख तय की गई है।तय की गई तारीक के मुताबिक़ दिसंबर 2022 तक सभी स्टेशनों पर ऑटोमेटिक डोर लगा दिए जाएंगे।
रेल में ऑटोमेटिक डोर लगाने का काम गुलधर आरआरटीएस स्टेशन से शुरू किया जाएगा।आरआरटीएस के मुताबिक एक स्टेशन पर कुल 34 डोर लगाए जाएंगे। वहीं पांच स्टेशन पर कुल 170 डोर लगाए जाएंगे।दिसंबर मे डोर लग जाने के बाद जनवरी से इसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा।इसके बाद मार्च से इसका संचालन प्राथमिकता सेक्शन में करने की तैयारी चल रही है।
आरआरटीएस के मुख्य पीआरओ पुनीत वत्स ने जानकारी देते हुए कहा है कि ऑटोमेटिक डोर लगाने के काम की शुरुआत कर दी गई है, इसे गाजियाबाद के सभी स्टेशनों पर लगाया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगले साल तक ट्रेन को चलाने का टारगेट रखा गया है। इसके लिए सारा काम समय पर किया जा रहा है। ताकि जल्द ही ट्रैक पर ट्रेन का ट्रायल शुरू किया जा सके।
जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल पहले फेस में सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाने का काम शुरू हो चुका है।जैसे ही इन स्टेशनों पर रूफ शेड लगाने का काम पूरा हो जाएगा, वैसे ही ऑटोमेटिक डोर लगाने के काम को भी गति मिल जाएगी। रैपिड रेल के स्टेशन पर ऑटोमेटिक डोर को लगाने के बाद वहां ट्रेन के डोर और सिगनलिंग सिस्टम को भी जोड़ा जाएगा।
इस काम के पूरा होने के बाद से ट्रेन के दरवाजे स्क्रीन एक साथ ही खुलेंगे और एक साथ ही बंद होंगे। ट्रेन के दरवाजे और ऑटोमेटिक डोर बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जाएगा।इससे यात्रियों की सुरक्षा भी बनी रहेगी।