जो लोग रोड पर बिना स्पीड कंट्रोल के अपने वाहन चलाते हैं, उन लोगों के लिए यह खबर बहुत काम की है। क्योंकि अब दिल्ली से नोएडा तक कई जगहों पर नए सिरे से स्पीड लिमिट को बदला जा रहा है।
नोएडा में यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए,दोबारा से सभी सड़कों पर रफ्तार की सीमा को तय किया जा रहा है।
रफ्तार सीमा इस प्रकार तय की गई है
०मुख्य सड़कों पर 60,
०अंदर की सड़कों पर 40
०नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर 80 किमी प्रति घंटा रफ्तार होगी।
०एक्सप्रेस-वे पर अब तक हल्के वाहनों के लिए गति सीमा 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
जानकारी के लिए बता दे कि यह पूरा एक्सप्रेस वे सर्विलांस पर है। इसका एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसके लिए इन मुख्य सड़कों को माडल रोड के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसके लिए पायलट प्रोजेक्ट को तैयार किया जा रहा है। जिसका काम अंतिम चरण में है।
इस ट्रायल माडल बनने के बाद इसे मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के सामने रखा जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलते ही मुख्य सड़कों को माडल रोड में कनवर्ट किया जाएगा।
इसके साथ ही यहां पर आइटीएमएस के तहत लगे स्पीड डिटेक्शन कैमरों को भी इसी स्पीड के अनुसार फिक्स किया जाएगा। ताकि स्पीड निर्धारित स्पीड से ज्यादा होती है तो अपने आप ही ऑनलाइन चालान काट जाएगा।
नोएडा ट्रैफिक सेल उपमहाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि नोएडा को दिल्ली और अन्य शहरों से जोड़ने के लिए तीन मुख्य सड़क है। इन सड़कों के दोनों ओर सेक्टर और गांव बसे हैं। इसमें मास्टर प्लान – 1, 2 और 3 है।
यह रोड दिल्ली को नोएडा और ग्रेटर नोएडा वाया कुलेसरा को जोड़ती है। इन चारों रोड पर अधिकतम स्पीड लिमिट 60 किमी प्रतिघंटा रखने का प्रस्ताव है।
वहीं डीएससी रोड शहर के बड़े बाजार यानी अट्टा, भंगेल, बरौला, सेक्टर-18 को जोड़ता है। ऐसे में यहां रफ्तार कम की जाएगी।