दिल्ली की हवा बना चुकी है जहर लोगों, को हो सकती है यह घातक बीमारियां

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढता जा रहा है, और अब यह दिल्लीवासियों लिए जानलेवा बन गया है।कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली एनसीआर (NCR) के लोगों का भी हैं। दिल्ली में वर्तमान स्थिति को गंभीरता से आप यह समझ सकते है कि दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर (NCR) नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 8वी कक्षा तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेज चलाने की अनुमति दी गई है। राजधानी दिल्ली- एनसीआर (NCR) और उससे सटे कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर खतरे की रेखा से पार जा चुका है। इसके साथ ही दिल्ली में निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है, और अब दिल्ली सरकार ओड-इवेन (odd-even) फॉर्मूला कभी भी लागू कर सकती हैं।

शरीर के लिए है जानलेवा : वरिष्ठ पल्मोनरी डॉ. करण मदान

मीडिया रिपोर्टर्स के मुताबिक दिल्ली के AIIMS हॉस्पिटल में पल्मोनरी (pulmonary) विभाग के वरिष्ठ डॉ. करण मदान का कहना है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ PM 2.5 से PM 1 आकार खूनों के कणों की मात्रा भी तेज़ी से बढ़ती है। हमारे शरीर के पास इस से बचने के लिए कोई नेचुरल तरीका नहीं है। और यह पूरी बॉडी में फेल जाता है जिसके बाद यह शरीर के मुख्य अंगो पर घातक हमला करता हैं। इसकी वजह से मानव शरीर में दिल से जुड़ी गंभीर बिमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसी वजह से कई लोगों को दिल का दौरा भी पड़ता है। देश का बढ़ता वायु प्रदूषण गर्भवती महिलाओं की सेहत के लिए भी बेहद हानिकारक हैं।

प्रदूषण से हो सकती है जानलेवा बीमारी

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों के मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ रहा है। जिससे उनको डिमेंशिया या ममोरी लॉस जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ता है। यह ब्लड में मिलकर प्रदूषण के कण धमनियों और नसों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट पैदा होती है, जिसकी वजह से हाई बीपी और ब्लड क्लोटिंग के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।